सरसा (सच कहूँ न्यूज)। अमेरिका भेजने के नाम पर पिता पुत्र द्वारा 7 लाख 20 हजार रुपये ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। जिसमें पीड़ित की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की है। गांव सिकंदरपुर निवासी पीड़ित दिलबाग सिंह द्वारा आइजी करनाल एसआइटी हेड भारती अरोड़ा को दी गई शिकायत पर पुलिस ने गांव मोरीवाला निवासी कुलबीर सिंह व उसके बेटे अनमोल बाजवा के खिलाफ अभियोग दर्ज किया है।
गांव सिकंदरपुर निवासी दिलबाग सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपित कुलबीर सिंह व उसका बेटा अनमोल बाजवा का सन् 1999 में उसके घर आना जाना था। आरोपित कुलबीर सिंह अवैध एजेंट है और लोगों को गैर कानूनी तरीके से विदेश भेजने का काम करता है। आरोपित ने उसे व उसके परिवार को अमेरिका भेजने का झांसा दिया। जब उसने कहा कि उसका पासपोर्ट रिन्यू नहीं है तो आरोपित कहने लगा कि वह करवा देगा। जब तक अमेरिका से सारी फाइल ओके होकर आएगी। उस समय के दौरान उसका पासपोर्ट रिन्यू करवा लेना।
अमेरिका एंबेसी में दस्तावेज जमा करवाने का खर्चा उसने आठ लाख रुपये बताया तथा बाकी राशि अमेरिका जाने के बाद देने के लिए कहा। दिलबाग सिंह ने बताया कि उसने आरोपित कुलबीर सिंह को दिसंबर 2017 में प्रीतम पैलेस के निकट किंग प्रोपटी पर छह लाख रुपये दिये। इसके बाद जनवरी 2018 में दो लाख रुपये उसके बेटे अनमोल को दिये। दिलबाग सिंह ने शिकायत में बताया कि इसके बाद मार्च 2018 में आरोपित कुलबीर सिंह अमेरिका चला गया और आश्वासन देता रहा कि वह अमेरिका में उसका काम करवाने के लिए ही जा रहा है। आरोपित से वह व्हाटसेप व वायस काल करता रहा। कुछ समय बाद आरोपित ने उससे कहा कि तुम्हारे दस्तावेजों में कुछ कमियां है, जिस कारण अभी विदेश भेजने का काम नहीं हो सकता। कुल साल रूकना पड़ेगा।
दिलबाग सिंह ने बताया कि इसके बाद उसने विदेश जाने से मना कर दिया और अपनी रकम लौटाने की बात कही। जिस पर आरोपित कुलबीर ने अमेरिका से ही उसके खाते में 26 जून 2018 को 80 हजार रुपये डलवा दिये और कहा कि शेष राशि भारत आकर दे देगा। सितंबर 2018 में जब आरोपित भारत आया तो आरोपित ने उससे रुपये वापस मांगे। कुछ समय वह बकाया राशि लौटने के आश्वासन देता रहा और बाद में टाल मटोल करने लगा। पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने बाद में अपना मोबाइल बदल लिया और रुपये देने से मना कर दिया। उसने बताया कि इस मामले में उसने पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में जांच करते हुए डीएसपी संजय कुमार ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिये।
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