गरीबों को रोजगार देने के लिए बनी योजना मनरेगा में गड़बड़झाला

Dhandhoor Hissar

फर्जी मिस्त्री बनाकर मिस्ट्रोल में धांधली | Dhandhoor Hissar

हिसार (संदीप सिंहमार)। पिछले करीब आठ साल से सिरसा के गांव फरमाईकलां में रह रहे निजी ड्राइवर रोहताश कुमार की हिसार के गांव ढंढूर(Dhandhoor Hissar) के मनरेगा खाते में नियमित तौर पर हाजिरी चल रही थी। पंचायत अधिकारियों व सरपंच की मिलीभगत से उसे इसकी भनक तक नहीं लगी और उनके नाम से लाखों रूपए की धांधली हो गई। पीड़ित ने गुरूवार को बीडीपीओ के समक्ष बयान दर्ज कराते हुए उक्त घोटाले की जांच करने व दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की।

आरटीआई से खुली पोल, उचित कार्रवाई की मांग

मूल रूप से गांव ढंढूर निवासी रोहताश कुमार ने बताया कि वह वर्ष 2011 से सिरसा के गांव फरमाईकलां में रह रहा है। इसी बीच उसे आरटीआई कार्यकर्ता महेंद्र सिंह से पता चला कि उसे पंचायत के किताबी कार्रवाई में चिनाई मिस्त्री बनाकर उसके नाम से पंचायत खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रूपए का घोटाला किया गया है। इसी तरह रोहताश कुमार के नाम पर ही वर्ष 2011 से 2015 तक मस्ट्रोल पर भी फर्जी हस्ताक्षर किए गए। उन्हें आरोप लगाया कि इस पूरे घोटाले में पूर्व सरपंच, मनरेगा मैट व मौजूदा सरपंच सहित पंचायत अधिकारी शामिल हैं।

पीड़ित ने दर्ज कराए बयान

उन्होंने शपथ पत्र देकर इस मामले की जांच करने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। महेंद्र सिंह ने बताया कि अकेले रोहताश ही नहीं, बल्कि गांव के सैंकड़ों लोगों के फर्जी हस्ताक्षर, अंगूठे मैस्ट्रोल पर लगाकर पंचायत द्वारा लाखों रूपए का गबन किया गया है, जिनकी उनके पास आरटीआई से प्राप्त पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत अधिकारी और ग्राम पंचायत के सरपंच ने मनरेगा रिकॉर्ड में फेरबदल कर सबूतों को खुर्दबुर्द की है।

जब उन्होंने इसकी आरटीआई से जानकारी मांगी तो उनपर जानलेवा हमला भी करवाया गया, जिसका मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने मांग की कि उक्त पंचायत, सरपंच व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जांच करते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

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