गांवों को नहरी पानी न मिलने से भड़के किसान

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किसानों ने माईनर का निर्माण करवाने तक
तीखे संघर्ष की दी चेतावनी

बठिंडा(अशोक वर्मा)।

भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के नेतृत्व में आज गांव यात्री, जोधपुर, माईसरखाना, भाई बखतौर, कोटफत्ता, भून्दड़ और कोटभाई आदि गांवों के किसान नेता ने अपने गांव में टेलों के कारण नहरी पानी न मिलने का सख़्त नोटिस लेते इस मामला पर संघर्ष की चेतावनी दी है यूनियन नेता रेशम सिंह व अमरजीत सिंह ने बताया कि कोटला ब्रांच में से जिस नए माईनर इन गांवों के लिए निर्माण किया जाना था, उसे नहरी विभाग ने ठंडे बस्ता में डाल रखा है।

उन्होंने कहा कि यह सात गांव राजनैतिक नेता, मंत्री व अधिकारियों के पास अपनी फरियाद लेकर जा चुके हैं परंतु किसी ने बात नहीं पूछी है। उल्लेखनीय है कि नहरी पानी की कमी से परेशाान गांव के लोगों ने वर्ष 2012 की विधान सभा चुनावों के बायकाट का ऐलान कर दिया था इससे पहले गांव के लोगों ने शिरोमणी समिति चुनाव का बायकाट किया था फिर भी सरकार ने इस गांव के लोगों का नहरी पानी का मसला हल करन की जरूरत नहीं समझी।

किसानों ने बताया कि जब यह नेता गांव में वोट लेने के लिए आते हैं तो भोले -भाले गांववासियों को झूठे वायदे कर वोट वटोर ली जाती हैं व चुनाव जीत कर बाद में किसी भी अधिकारी द्वारा सुध भी नहीं ली जाती। किसानों ने बताया कि नहरी पानी की कमी के कारण उनको फसलों की सिंचाई के लिए भूमिगत पानी का प्रयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जोकि जहां फसलों के झाड़ को प्रभावित करता, वहीं जमीन की उपजाऊ शक्ति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

किसानों ने कहा कि पानी की कमी कारण के फसलों का झाड़ कम हो रहा है वहीं दूसरी तरफ महंगाई ने लोगों को पूूरी तरह से परेशान कर रखा है। किसान नेता ने कहा कि वह जल्द ही आखिरी बार डिप्टी कमिशनर को ज्ञापन देंगे। इस मौके कैप्टन बलबीरर सिंह, लखवीर सिंह, दर्शन सिंह, नायब सिंह कोटफत्ता, सरपंच भगवंत सिंह व दर्शन सिंह कोटभारा ने चेतावनी दी कि यदि उसके बाद में भी मसला हल न हुआ तो भारी जनसमूह सजिह आगामी तीखे संघर्ष का फैसला लिया जाएगा, जिसे वह माईनर का निर्माण कार्य पूरा होने पर खत्म करेंगे।

 

 

 

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