संसद के आगामी सत्र में फिर गूंजेगी किसानों की आवाज : दीपेंद्र हुड्डा

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सरकार पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एक साल से किसान सड़कों पर शांतिपूर्वक बैठे हैं, इस दौरान 700 से ज्यादा किसानों ने अपनी जान की कुर्बानी दे दी, लेकिन अहंकार में डूबी सरकार राजहठ छोड़ने तक को तैयार नहीं है। वो लगातार किसानों को प्रताड़ित कर रही है। वे शुक्रवार को भिवानी-चरखी दादरी स्थित कितनाला टोल प्लाजा पर चल रहे अनिश्चितकालीन किसान धरने पर पहुंचे थे।

राज्यसभा सांसद ने कहा कि सरकार न तो सड़कों पर बैठे किसानों की बात सुन रही है, न ही संसद में किसान की आवाज सुनने के लिये तैयार है। उन्होंने बताया कि जैसे ही वो संसद में किसानों की आवाज उठाते हैं उनका माईक बंद करा दिया जाता है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि माईक बंद कराके किसानों की आवाज दबाई नहीं जा सकती। किसान देश की आत्मा हैं, उनकी आवाज कुचली नहीं जा सकती। वे संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में फिर किसानों की आवाज पुरजोर तरीके से उठायेंगे। हुड्डा ने कहा कि सरकार को किसानों से बिना शर्त बातचीत करना चाहिए और समाधान निकालना चाहिए। जिन तीन कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं वे किसान के साथ-साथ आम जन पर भी प्रतिकूल असर डालेंगे। यदि ये तीनों कानून लागू हो गये तो आम गरीब की रोटी बड़े सरमायेदारों की मुठ्ठी में कैद हो जाएगी। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि बढ़ती महंगाई ने किसानों और आम गरीब की कमर तोड़ दी है। डीजल, खाद, बीज, कृषि उपकरण आदि महंगे होने से खेती की लागत बढ़ गई, जबकि किसान की आमदनी बढ़ने की बजाय घट गई है। मंडियों में फसल बेचने पहुंचे किसानों को एमएसपी तक नहीं मिल रहा है।

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