जिला प्रशासन जलती पराली को देखकर बेदम व लाचार, नहीं कर रहा कार्रवाई | Pollution
- रिपोर्ट के अनुसार अब तक केवल 30 चालान काटे गए
संगरूर/बरनाला (सच कहूँ न्यूज)। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल व पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा (Pollution) पराली जलाने के मामले में जिला प्रशासन को धारा 144 के तहत चालान काटने के आदेश दिए गए हैं, परंतु किसान अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं, सरेआम पराली को जला रहे व पराली को आग लगाते हुए किसानों की पहले तो फोटो खींचकर फिर फेसबुक या वट्स-एप ग्रुपों में वायरल कर रहे हैं। दूसरी तरफ जिला प्रशासन जलती पराली व घरों में घुसते धुएं को देख कर बेदम व बेबस होकर लाचार हो गया हैं। एनजीटी व पीपीसीबी को रिपोर्ट भेजने के नाम पर केवल खानापूर्ति करते हुए जिले में केवल 30 चालान काट कर खुद को सख्त होने का दावा पेश करने लगा है।
बरनाला में पराली के जलने के कारण दोपहर में ही अंधेरा छा जाता है व सूरज धुएं की चादर में ही छिप जाता है। सूरज के न निकलने व तेज धूप की कमी किसानों के लिए मुसीबत बन गई है व धान में नमी सूखने में 15 दिन तक का समय लग रहा है व किसान मंडियों में समय बिताने को मजबूर हैं। वहीं इस मुसीबत का कारण भी किसान खुद ही हैं। अगर किसान पराली जलाने से रूक जाएं तो ऐसे हालात पैदा ही न हो। पराली जलाने के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स में पंजाब में बरनाला का दूसरा नंबर 350 है। अगर हालात यहीं रहे तो आगामी दिनों में घटिया एयर क्वालिटी में बरनाला पंजाब का पहला जिला होगा व लोग दम घुटने से मौत के मुंह में जा सकते है।
सांस के मरीज बाहर न निकलें | Pollution
सिविल अस्पताल बरनाला के मेडिसन एमडी डॉक्टर मनप्रीत सिद्धू ने बताया कि फेफड़ों में कमजोरी, दमा, सांस जैसी बीमारी से पीड़ित मरीज मुंह पर मास्क अथवा रुमाल से ढक कर रखें, धुएं में बाहर मत निकले, सुबह-शाम सैर मत करें, गर्भवती महिलाएं घर में ही रहे। छोटे बच्चे व आमजन पूरे बदन को ढकने वाले कपड़े पहन कर रखें।
अब तक एक लाख से अधिक हो चुका है जुर्माना: डीसी | Pollution
- डीसी बरनाला तेज प्रताप सिंह फूलका ने कहा कि पराली जलाने से
- प्रदूषण के साथ साथ बीमारियों को भी निमंत्रण मिल रहा है।
- इसलिए पराली जलाने के मामले में किसी भी किसान को बख्शा नही जाएगा।
- उन्होंने बताया कि जिले में चीफ एग्रीकल्चर आफिसर के नेतृत्व में सात टीमें बनाई गई हैं।
- उन्होंने बताया कि पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा पराली जलाने के मामले में
- जिला प्रशासन के दिशा निदेर्शानुसार 471 साइट की सेटेलाइट पर मिली
- लोकेशन पर मौका-ए-मुआयना करते हुए 100 साइट पर 100 के करीब
- किसानों का करीब एक लाख रुपये का चालान काटा जा चुका है।
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