मौके पर मौजूद अधिकारियों ने पाया स्थिति पर काबू, पुलिस बल तैनात
- किसानों ने किन्नू की बोली बंद करवाते हुए व्यापारियों पर दोनों हाथों से लूटने का आरोप लगाया | Abohar News
अबोहर (सच कहूँ न्यूज)। जहां एक तरफ रविवार शाम को 4 बजे से किसान भारी गिनती में किन्नू मंडी (Kinnow Mandi) में एकत्रित हुए और अपने भाषण में लगातार इसका विरोध जताते रहे तो वहीं व्यापारी व आढ़ती भी बोली करवाने का इंतजार करते रहे। लेकिन जैसे ही समय निकलता गया तो आढ़तियों ने बोली करवाने का प्रयास किया तो किसान इसके विरोध में जा पहुंचे व एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए व स्थिति तनावपूर्ण हो गई लेकिन समय रहते डीएसपी अरुण मुंडन, नगर थाना प्रभारी सुनील कुमार के अलावा मार्केट कमेटी के सचिव मनदीप कुमार व नायब तहसीलदार समेत भारी पुलिस ने बल ने बीच बचाव करते हुए दोनों को अलग अलग कर स्थिति को संभाला।
प्रशासन ने दोनों के बीच टेबल टॉक करवाने का प्रयास करता रहा लेकिन दोनों राजी नहीं हुए जिसके बाद किसान फिर से धरने पर बैठ गए। इससे पूर्व व्यापारियों द्वारा पूल बनाकर समय से पहले ही कच्चे किन्नू की खरीद करने के विरोध में करीब आधा दर्जन किसान संगठनों के पदाधिकारी किन्नू मंडी में पहुंचे और किन्नू की बोली बंद करवाते हुए व्यापारियों पर किसानों को दोनों हाथों लूटने का आरोप लगाया। हालांकि मंडी में बड़ी तादाद में किन्नू बिकने के लिए आया हुआ था। जिसके चलते टकराव की स्थिति को देखते हुए थाना नंबर के प्रभारी सुनील कुमार बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। Abohar News
मंडी में मौजूद किसानों, बागवानों व अन्य लोगों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन खोसा के प्रांतीय सचिव गुणवंत सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में बागों में किन्नू की फसल पूरी तरह से कच्ची है। लेकिन बाहर से आने वाले किन्नू व्यापारी पूल बनाकर कच्चा फल सस्ते दामों में खरीद रहे हैं। जबकि यह फल पकने के बाद दो से तीन गुणे दामों में बिकेगा। गुणवंत सिंह ने कहा कि इस बारे में कई बार किसानों व बागवानों को समझाने का प्रयास कर चुके हैं लेकिन मंडी में कच्चे किन्नू की बिक्री लगातार जारी है। इसी लिए आज से मंडी में किन्नू की बोली बंद करवाई गई है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यापारी ने किसान को गुमराह करके सस्ते भाव में किन्नू खरीदने का प्रयास किया तो उसका कड़ा विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक किन्नू का जूस पीने योग्य नहीं है। ऐसे में किसान अपने फायदे के लिए किसी की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं कर सकते। Abohar News
उन्होंने सभी किसानों से आह्वान किया किया है कि वे 30 नवंबर तक किन्नू बेचना बंद कर दें उसके बाद उनकी फसल का उचित मूल्य मिलना शुरु हो जाएगा। आज की बैठक में किसान यूनियन सिद्धूपुर, भारतीय किसान यूनियन खोसा, किसान यूनियन शेरे पंजाब तथा भारती किसान यूनियन राजोवाल आदि से गुणवंत सिंह के अलावा गोल्डी मम्मूखेड़ा, अजय बधवा, बलकार सिंह आलमगढ़, जगजीत सिंह, निर्मल सिंह, वरिंद्र सिंह, हरपाल सिंह तथा गौरव मुंजाल आदि विशेष तौर पर मौजूद थे।
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