- शाह सतनाम जी बॉयज स्कूल सिरसा का पूर्व छात्र रहा है विकास पूनिया।
- 28 जुलाई से चायना शुरू होगा टूर्नामेंट।
सचकहूँ/कुलदीप नैन
Dhamtan Sahib।गाँव धरौदी जिला जींद में किसान राममेहर के घर (Indian Taekwondo team) जन्मे व गांव की गलियों में खेले विकास पुनिया का चयन अगले महीने 28 जुलाई से चाइना में होने वाले गेम्स में भारत की ताइक्वांडो टीम में हुआ है विकास ने बताया कि अभी हाल ही में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के ट्रायल हुए थे, इनको मिनी ओलंपिक भी कहा जाता है। इन ट्रायल्स में ऑल इंडिया के मेडलिस्ट शामिल हुए, विजेताओं का सलेक्शन भारतीय टीम में हुआ। भारतीय टीम में कुल 16 लड़के लड़कियो का चयन हुआ है जिसमे से 8 हरियाणा के है और उनमें से भी 2 नरवाना क्षेत्र से है, ये बहुत ही गौरव को बात है नरवाना और हरियाणा के लिए। विकास ने बताया कि चायना गेम्स से पहले उनका एक महीने का कैम्प है और ऑस्ट्रेलिया भी खेलने जाना है। इनके आधार पर ही आगे चलकर ओलम्पिक के लिए रैंक तय होगी।
लक्ष्य- Indian Taekwondo team
अभी मेरा मुख्य लक्ष्य वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स, एशियन गेम्स व इसमे मेडल लाकर अपने गाँव शहर स्टेट व देश का नाम रोशन करना है। मेरे परिवार ने गेम्स में मेरा बहुत सहयोग किया है, अब उनकी उम्मीदों पर खरा उतरना भी मेरा लक्ष्य है। उनके चाचा सुशील पुनिया कहा कि यह पूरे इलाके के लिए ही बहुत गौरव की बात है कि एक किसान का बेटा भारत की तरफ खेलने जा रहा है।
शाह सतनाम जी बॉयज स्कूल से हुई शुरुआत | Indian Taekwondo team
विकास पुनिया ने बताया कि 2015 में उन्होंने सिरसा के डेरा सच्चा सौदा स्तिथ शाह सतनाम जी बॉयज स्कूल से इस गेम की शुरूआत की थी। मैंने 7वी से 12वी तक वहां पढ़ाई की है। वहां जाने के बाद ही मुझे पता चला कि ऐसी भी कोई गेम होती है। वही से मेरे खेल की कहानी शुरू हुई और यही कहूंगा अगर उस वक्त वहां न होता तो आज शायद यहां न होता।
पूज्य गुरु जी के टिप्स मददगार साबित हुए | Indian Taekwondo team
जब जब भी शाह सतनाम जी स्कूल में खेल होते थे तो पूज्य गुरु सन्त डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां वहां खेल मैदान में आते तो वो खिलाड़ियो को ऐसे ऐसे टिप्स व टैक्नीक बताते जो पहले कभी न देखी होती थी, न सुनी होती थी। पूज्य गुरुजी की टिप्स की मदद से खेल में बहुत सुधार महसूस होता है। पूज्य गुरुजी के टिप्स को फॉलो करके आज पता नही कितने खिलाड़ी इंडिया के लिए खेलते हुए अपना परचम पुरी दुनिया मे लहरा चुके है