लाठीचार्ज के विरोध में रामायण टोल प्लाजा व सुरेवाला चौक पर पहुंचे किसान
- पुलिस व प्रशासन अलर्ट, किसानों ने भी संभाला मोर्चा
हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। जम्मू दिल्ली हाईवे पर सूरजमुखी (Surajmukhi) पर एमएसपी देने की मांग को लेकर नेशनल हाईवे जाम करने के दौरान किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने रामायण टोल प्लाजा व चंडीगढ़ रोड पर सूरेवाला चौक पर इकट्ठा होना शुरू कर दिया है। जैसे ही किसानों ने किसान यूनियन ग्रुप में अपने साथी किसानों के समर्थन में इकट्ठा होने के लिए कॉल की तो तुरंत पुलिस व प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया। वही किसानों ने भी नेशनल हाईवे नंबर 9 पर रामायण टोल प्लाजा पर इकट्ठा होना शुरू कर दिया।
किसानों की योजना (Farmers Plan) नेशनल हाईवे नंबर 9 व चंडीगढ़ हाईवे को बंद करने की है। किसान नेताओं का कहना है कि एक तरफ तो राज्य सरकार सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी देने के लिए तैयार नहीं है वहीं दूसरी ओर जम्मू दिल्ली हाईवे को जाम करने के दौरान चंडीगढ़ एंड पंजाब हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देकर निर्दोष किसानों पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गई हैं। इसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। ध्यान रहे कि कुरुक्षेत्र में जम्मू-दिल्ली हाईवे पर बैठे किसानों पर लाठी चार्ज होते ही हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी किसानों के समर्थन में बयान जारी किया। वही देर रात होते-होते किसानों ने भी इस आंदोलन को अभी रात को ही शुरू करने के लिए किसानों को बुलाना शुरू कर दिया।
इससे पहले किसानों की योजना बुधवार सुबह रामायण टोल प्लाजा पर इकट्ठा होकर भविष्य की रणनीति तय करने की थी। हरियाणा के किसान पहले से ही महिला पहलवानों के समर्थन में खफा चल रहे थे। दूसरी ओर सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी का भाव ने मिलने से भी नाराज थे। इसी मामले को लेकर मंगलवार को जम्मू दिल्ली हाईवे पर किसानों ने एकत्रित होकर नेशनल हाईवे जाम किया। किसान नेताओं का कहना है कि यदि सरकार सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी नहीं देना चाहती तो उन्हें किसानों पर बेरहमी से लाठियां नहीं बरसाने चाहिए थी।
सुरेवाला चौक (Surewala Chowk) वेयर रामायण टोल प्लाजा पर इकट्ठा होने के साथ-साथ किसानों ने रोहतक में मदीना टोल प्लाजा पर भी इकट्ठा होना शुरू कर दिया है। हरियाणा में जब जब भी किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ है। इन्हीं मुख्य स्थानों पर किसान आंदोलन लंबे समय के लिए चलते आए हैं। अब देखना यह होगा सूरजमुखी के एमएसपी मामले पर सरकार झुकेगी किसान। मामला कुछ भी हो नुकसान आम जनता को झेलना पड़ेगा। जैसे ही किसानों ने हाईवे जाम करने के लिए एकत्रित होना शुरू किया तो वैसे ही अपने गंतव्य की ओर लौट रहे राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अभी तक पुलिस, प्रशासन व सरकार इस मामले को चुप्पी भरे नजरिए से देख रही है। लेकिन किसान फिर से आंदोलन के मूड में दिखाई दे रहे हैं।
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