सच कहूँ, देवीलाल बारना, कुरुक्षेत्र। सैनी धर्मशाला के बाहर शुक्रवार को किसानों ने कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी और विधायक सुभाष सुधा की गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए। यह घटना उस वक्त हुई जब बीजेपी के नेता धर्मशाला में प्रदेश पिछड़ा वर्ग का सम्मेलन करना चाहते थे। शाम 6 बजे जब बीजेपी के कई नेता काफिले के साथ सैनी धर्मशाला में पहुंचे और वहां पर किसान काले झंडे दिखाने लगे। तब पुलिस ने किसानों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया, तभी किसी ने शीशे तोड़ दिए। बता दें कि शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया जाना था।
सायं 4 बजे सम्मेलन शुरू होना था, लेकिन सुबह 10 बजे से ही किसान सम्मेलन स्थल सैनी धर्मशाला के बाहर धरना देकर बैठ गए। इस दौरान सैनी धर्मशाला के क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील किया गया था। किसानों के तेवर को देखते जिला प्रशासन की ओर से मौके पर पुलिस अधिकारियों और सीआरपीएफ को तैनात कर दिया था। पुलिस का कड़ा पहरा होने के बावजूद किसान सैनी धर्मशाला के गेट पर जाकर बैठ गए। सायं तक पुलिस और किसानों के बीच खेल सा चलता रहा।
चेतावनी नहीं मानी तो पुलिस ने घसीट कर उठाया
सायं 4 बजे पुलिस ने किसानों को चेतावनी दी कि वे गेट के सामने से हट जाएं, लेकिन किसान नहीं माने। पुलिस के बार-बार समझाने पर जब किसानों ने धर्मशाला का गेट खुलने नहीं दिया तो पुलिस और सीआरपीएफ ने किसानों को गेट के सामने घसीट कर उठाया और बसों में भरना शुरू कर दिया। लेकिन किसान अड़ कर बैठ गए। कुछ देर के बाद पुलिस और किसानों के बीच सहमति बन गई और किसान धर्मशाला के मुख्य द्वार से हट गए और सामने की ओर आकर बैठ गए।
भाजपा नेता हाथों में झंडे देख फिर भड़के किसान
पुलिस व किसानों का समझौता होने के बाद भाजपा के महामंत्री डॉ. पवन सैनी व पूर्व सांसद कैलाशो सैनी के नेतृत्व में दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता जोकि नजदीकी बैरागी धर्मशाला में थे। वे सैनी धर्मशाला में जा रहे थे तो कुछ कार्यकर्ताओं के हाथों में झंडे के साथ लाठी भी थी। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ता ललकारने जैसे तरीके से नारेबाजी करते हुए सैनी धर्मशाला में प्रवेश करने लगे तो किसान दोबारा से भड़क गए। इस दौरान पुलिस ने बीच-बचाव कर भाजपा कार्यकर्ताओं को एक चाय के खोखे के साथ सैनी धर्मशाला में प्रवेश करवाया। इस दौरान भी पुलिस व किसानों के बीच काफी झड़प हुई और किसानों को उठाने का प्रयास किया और दर्जन भर किसानों को उठा भी लिया और बस में बैठा लिया। इस दौरान काफी किसान जिन बसों के माध्यम से गिरफ्तार किए, किसानों को ले जाया जा रहा था, वे उनके आगे लेट गए और बसों को जाने नहीं दिया।
पूरा दिन परेशान रहे राहगीर
सैनी धर्मशाला में आयोजित सम्मेलन को लेकर बसों सहित सभी वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया था। सभी वाहनों को ब्रहमसरोवर से होकर निकाला जा रहा था, जिस कारण जाम की स्थिति बनी रही।
आर-पार के मूड में दिखे भाजपा नेता
इस पूरे प्रकरण में देखा गया कि भाजपा नेता भी आर-पार के मूड में दिखाई दे रहे थे। बताया जा रहा है कि सैनी धर्मशाला में पुलिस के अलावा भी कुछ युवकों को तैनात किया गया था। बताया यह भी जा रहा है कि किसानों ने सांसद नायब सैनी की गाड़ी को ही निशाना बनाया। सांसद सैनी की गाड़ी का शीशा किसानों के बीच से किसी ने तोड़ा लेकिन विधायक सुधा की गाड़ी का शीशा किसानों के बीच से नहीं तोड़ा गया।
पूर्व सांसद के पुत्र को धर्मशाला से निकाला
पूर्व सांसद गुरदयाल सैनी के बेटे राजेंद्र ने सुबह ही सैनी धर्मशाला में कमरा बुक करवाया था, जोकि 25 तारीख तक बुक करवाया गया था। राजेंद्र के पिछले कुछ दिनों से किसान आंदोलन में सक्रिय होने के चलते राजेंद्र के कमरे को पुलिस द्वारा कैंसिल करवा दिया गया।
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