- सरकार वहन करेगी पूरी राशि
- जिले में 1443 करोड़ रुपये की राशि से पक्के खालों का निर्माण कार्य जारी
ShriGangaNagar, SachKahoon News: श्रीगंगानगर जिले के नागरिकों का जीवन पानी पर निर्भर है। नहरों से खालों के माध्यम से खेतों तक पूरा पानी पहुंचने से ही किसान के चेहरे चमकने लगते हंै। खाला पक्का करने का कार्य पिछले कई वर्षों से जारी है, लेकिन किसानों से 30 प्रतिशत इसके पश्चात 20 प्रतिशत तथा दो वर्ष पूर्व 10 प्रतिशत हिस्सा राशि किसान से लेकर खालों को पक्का किया जाता था। इस परम्परा से छोटे व गरीब किसान पक्का खाला निर्माण से वंचित रह जाते थे। वर्तमान सरकार ने छोटे किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए 10 प्रतिशत हिस्सा राशि लेनी बंद कर दी है। अब सरकार ही शत-प्रतिशत राशि खर्च कर पक्के खालों का निर्माण कर रही है। श्रीगंगानगर जिला कृषि प्रथम जिला होने के कारण नहरें तथा खाले पक्का होने से 20 प्रतिशत से अधिक जल की बचत होती है, जिससे अतिरिक्त क्षेत्र में सिंचाई की जाकर फसल उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना तथा अन्य मदों से इस क्षेत्र में 1443 करोड़ रूपये की राशि खालों को पक्का करने के लिए स्वीकृत हुई है। सरकार ने किसानों से ली जाने वाली 10 प्रतिशत हिस्साराशि को भी बंद कर दिया है। अब सरकार ही शत-प्रतिशत राशि व्यय करेगी। इस क्षेत्र में नहर सुदृढ़ीकरण का कार्य तीव्र गति से किया गया, वहीं पर पक्के खालों का निर्माण जिस गति से किया जा रहा है, इससे ये जाहिर होता है कि आने वाले एक-दो वर्षों में इस क्षेत्र के समस्त खाले पक्के हो जाने से किसान को भारी राहत मिलेगी।
यह राशि हुई स्वीकृत
गंगनहर परियोजना प्रथम चरण (पुराना) के लिए 538 करोड़, गंगनहर परियोजना प्रथम चरण (नया) के लिए 387 करोड़, गंगनहर परियोजना द्वितीय चरण के लिए 147 करोड़, भाखड़ा नहर परियोजना प्रथम चरण के लिए 371 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हुई है।
फायदा: 20 प्रतिशत से अधिक जल की होगी बचत
श्रीगंगानगर जिला कृषि प्रथम जिला होने के कारण नहरें तथा खाले पक्का होने से 20 प्रतिशत से अधिक जल की बचत होती है, जिससे अतिरिक्त क्षेत्र में सिंचाई की जाकर फसल उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना तथा अन्य मदों से इस क्षेत्र में 1443 करोड़ रूपये की राशि खालों को पक्का करने के लिए स्वीकृत हुई है। पक्के खालों के लाभान्वित हुआ है। जिले में पक्के खालों का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा आने वाले समय में इस क्षेत्र के समस्त खाले पक्के हो जाने से किसानों को भारी राहत मिलेगी तथा सिंचाई क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी।