किसानों ने बनाए दो अलग-अलग मंच, कृषि मंत्री को सौंपा ज्ञापन
- जब तक सेशन चलेगा, तब तक उनका मोर्चा चलेगा: जोगिंदर उगराहां
चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। Chandigarh News: कृषि संबंधी कई मुद्दों को लेकर प्रदेश के किसानों ने सोमवार को चंडीगढ़ में रोष व्यक्त किया। इस दौरान किसान भी दो अलग-अलग मंचों से जुटे हुए थे। संयुक्त किसान मोर्चे की तरफ से जहां महापंचायत की गई तो दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) और पंजाब खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले किसानों के एक गुट ने सेक्टर-34 मेला ग्राउंड से मटका चौक तक मार्च निकाला है। मटका चौक पर पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने मौके पर पहुंचकर उनका ज्ञापन लिया। Chandigarh News
उन्होंने किसान और मजदूर के संघर्ष की सराहना भी की। उन्होंने कहा जो मांग-पत्र यूनियनों ने दिया है। वह उनके वकील बनकर सीएम के समक्ष इसे रखेंगे। वहीं, किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि जब तक सेशन चलेगा, तब उनका मोर्चा चलेगा। मीटिंग कर आगे की रणनीति बनाएंगे। वहीं, अब किसानों को बसों में सेक्टर-34 भेजा गया। ताकि किसी तरह का जाम न लगे।
600 पुलिस कर्मचारी रहे तैनात | Chandigarh News
इस पहले पुलिस की तरफ से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। करीब 600 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे। साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स लगाई गई थी। सड़कों पर ट्रक आदि खड़े गए थे। ताकि नियमों को कोई तोड़ न पाए। इस दौरान किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल और रूलदू सिंह मानसा ने कहा कि महापंचायत में उन मुद्दों पर फोकस किया गया, जिनकी किसानों की अहम जरूरत है।
किसान नेताओं का कहना है कि पानी एक गंभीर मुद्दा है। पानी प्रदूषित हो रहा है। साथ ही भूमिगत जल स्तर गिर रहा है। इसके अलावा राजस्थान से पानी की रायल्टी का मुद्दा प्रमुख है। प्रदेश में डीएपी खाद की कमी है। राजेवाल ने कहा कि आज पंजाब में खेती संकट है। ऐसे में सभी किसान यूनियनों को एकजुट होना चाहिए। Chandigarh News
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