किसानों ने बाढ़ मुआवजे को लेकर 30 जुलाई तक सरकार को दिया अल्टीमेट

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Jakhal किसानों ने बाढ़ मुआवजे को लेकर 30 जुलाई तक सरकार को दिया अल्टीमेट

जाखल (तरसेम सिंह)। जाखल तहसील कार्यालय में पगड़ी संभाल जट्टा किसान कमेटी प्रधान की और से एक मीटिंग बुलाई गई। जिसकी अध्यक्षता ब्लॉक प्रधान लाभ सिंह उदयपुर ने की। उक्त जानकारी देते हुए पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के ब्लॉक प्रधान लाभ सिंह उदयपुर के साथ उपप्रधान जगबीर सिंह, जग्गी महल, जगतार सिंह गोरा तलवाड़ा, निर्मल सिंह मुंदलियां, लखबिंद्र सिंह, जस्सा, आत्मा राम, लीला सिंह, मनता सिंह, गुरचरण सिंह, गुरुशरण नंबरदार कासेपुर, लक्ष्मण, जगरूप तलवाड़ी इत्यादि ने बताया कि किसान लगातार बाढ़ के मुआवजे को लेकर पिछले 7 फरवरी से उपतहसील पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

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इस दौरान उपतहसील पर तालाबंदी भी की गई थी। कई महीनो तक तालाबंदी रहने के बाद हालांकि डीसी फतेहाबाद की ओर से उन्हें जल्द इस मामले में कार्रवाई करते हुए बाढ़ का मुआवजा दिलवाने का भरोसा दिया गया था। जिसके बाद मौके पर पहुंचे प्रशासन ने उपतहसील के एक गेट को खुलवाकर काम काज शुरू करवा दिया था। लेकिन किसानों से किए गए वादे को प्रशासन एवं सरकार ने आज तक भी पूरा नहीं किया। सरकार जहां पहले ही बाढ़ का मुआवजा दिए जाने की बात कहते हुए पलटी हुई है, वहीं अब प्रशासन भी उनके साथ किए गए समझौते से बदल रहा है। प्रशासन भी तालाबंदी खुलवाने के बाद किसानों की मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हालांकि क्षेत्र में घग्घर की बाढ़ को आई एक साल बीत चुका है। किसानों का बाढ़ का मुआवजा अभी भी लंबित पड़ा है। किसान लगातार उपतहसील पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। और लगातार यहां पर सरकार एवं प्रशासन से बाढ़ का मुआवजा दिए जाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद अधिकारी एवं सरकार की ओर से उनकी इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

इस मामले को लेकर वीरवार को हुई किसानों की विशेष मिटिंग में सर्व सहमति से फैसला लिया कि हरियाणा सरकार और अधिकारियो को किसानों को बाढ़ मुयावजा देने के लिए और बाढ़ का मुआवजा हेतु धरना प्रदर्शन करने वाले किसानों पर 307 जैसी धाराएं लगाकर दर्ज किए झूठे पर्चों को रद्द करवाने के लिए 30 जुलाई तक का समय दिया जाता है। यदि किसानों की इस बार मांग पूरी नहीं हुई तो सभी किसान इक्ट्ठे होकर 31 जुलाई को तहसील कार्यालय के मुख्य लोहे के गेट को ताला लगा देंगे।