किसानों को आर्थिक संकट में से निकालने के लिए आर्गेनिक कृषि (Organic Farming) जरूरी
ममदोट(बलजीत सिंह)। चाहे ही बड़ी संख्या किसानों की ओर से कृषि को घाटे का सौदा कहा जाता है परंतु ब्लॉक ममदोट के गांव हुसैन शाह वाला के एक किसान की ओर से आर्गेनिक कृषि Organic Farming द्वारा अच्छा लाभ कमाया जा रहा है।
विवरणों मुताबिक गांव हुसैन शाह वाला के किसान जसवंत सिंह थिंद चार साल से आर्गेनिक कृषि कर रहा है। बातचीत दौरान उन्होंने कहा कि मौजूदा समय दौरान कोई भी फसल कीटनाशकों से बिना तैयार नहीं हो रही, जिस कारण चमड़ी के रोग, दिल के रोग, शुगर व कैंसर जैसी भयानक बीमारियां पंजाब में बहुत अधिक बढ़ रही हैं और लोगों की सेहत दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है।
इन सब बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए आर्गेनिक कृषि Organic Farming एक लाभप्रद सौदा है जो कि हर एक किसान को अपनाना चाहिए उन्होंने बताया से कि वह पिछले चार साल से काली गाजर, गन्ना, बासमती की फसलों बिना खाद व जहरों से उगा रहे हैं। इसके अलावा वह अपने घर के लिए खाने वाली सभी सब्जियां ही आॅर्गेनिक उगाते हैं।
उन्होंने किसानों से अपील की कि अधिक से अधिक किसान इस आर्गेनिक कृषि को अपनाएं, जिससे हमें बीमारियों से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि मेरी क्षेत्र के अन्य किसानों को साथ जोड़कर आगामी समय में बड़े स्तर पर बासमती 1121 की काश्त करवाकर उसे एक्सपोर्ट करने की योजना भी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी किसान यदि आर्गेनिक कृषि करना चाहता है तो वह किसानों को इस संबंधी जानकारी मुहैया करवाने के लिए तैयार हैं।
सरकार आर्गेनिक कृषि (Organic Farming) के लिए करे उत्साहित
किसान जसवंत सिंह थिंद ने केंद्र सरकार से मांग की कि किसानों को आर्गेनिक कृषि Organic Farming के लिए उत्साहित किया जाये व इसके साथ ही यदि किसानों को इसमें कमी आती है तो उनकी माली सहायता की जाये। उन्होंने बताया कि आर्गेनिक कृषि को अपना कर खत्म होती जा रही कृषि को आर्थिक पक्ष से बचाया जा सकता है।
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