ऊंट के पीछे बांधकर घसीटा सरकार का पुतला
- बीमा क्लेम और मुआवजे की मांग को लेकर 25वें दिन जारी रहा प्रदर्शन
नाथूसरी चौपटा (सच कहूँ/भगत सिंह)। तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा (Nathusari Chopta) में चल रहे विभिन्न मांगों को लेकर किसानों के धरने के 25वें दिन किसानों ने खिलाड़ी बेटियों के साथ हो रहे अन्याय के विरोध में अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार का पुतला बनाकर ऊंट के पीछे बांधकर घसीटा। तहसील कार्यालय से सरसा रोड, भादरा रोड, भट्टू रोड और नोहर रोड पर सरकार के पुतले को ऊंट के पीछे घसीटते हुए चौधरी देवी लाल चौक पर ले जाकर फूंक दिया। किसानों द्वारा किए गए विरोध के अनूठे तरीके को क्षेत्र के लोगों ने सहयोग भी दिया।
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गौरतलब है कि पांच मई से बीमा क्लेम और मुआवजे सहित कई मांगों को लेकर नाथूसरी चौपटा (Nathusari Chopta) क्षेत्र के किसान चोपटा तहसील कार्यालय प्रांगण में पक्का मोर्चा लगाए हुए हैं। इस दौरान हर रोज सरकार की नाकामी के खिलाफ नए-नए तरीकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को सरकार द्वारा महिला खिलाड़ियों व अन्य कई संगठनों के साथ किए गए अन्याय के खिलाफ नाथूसारी चोपटा खंड के किसानों ने सरकार के विरोध विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया। किसान भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष भरत सिंह जाजड़ा, प्रदेश सचिव अमन बैनीवाल, दीवान सहारण, बलराम सहारण ने बताया कि तानाशाही सरकार की तानाशाही को खत्म करने के लिए लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है।
इसी के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार बेटियों के साथ जो अन्याय कर रही है उसके विरोध में उन्होंने विरोध करने का नया तरीका निकाला है। जिसके तहत मोदी सरकार का पुतला बनाकर तहसील कार्यालय प्रांगण से ऊंट के पीछे घसीटते हुए चोपटा के सभी रोड और गलियों से गुजारा गया और चौधरी देवी लाल चौक पर फूंक दिया। उन्होंने कहा कि अभी अगर सरकार नहीं जागी तो बड़ा आंदोलन हो सकता है।