चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि कर्ज लेकर मकान बनाने वालों का कर्ज माफ नहीं होगा। केवल फसली ऋण ही माफ होंगे, जबकि आढ़तियों के कर्ज के संबंध में उन्होंने कहा कि चूंकि किसान आढ़तियों से कच्चे में कर्ज लेते हैं। इसलिए इसके संबंध में सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है।
कैप्टन ने जताई हैरानी
पत्रकारों से बातचीत में अमरिंदर सिंह ने कहा कि टीहक कमेटी ने जो आंकड़े जुटाए हैं। उसके अनुसार 20.22 लाख बैंकों में किसानों के अकाउंट हैं। 18.05 लाख परिवार है। कांग्रेस सरकार ने 10.25 लाख किसानों को कवर किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि कर्ज माफी का आकार 1500 करोड़ नहीं बल्कि 9500 करोड़ रुपये हैं। उन्होंने कहा कि हक कमेटी की रिपोर्ट अगस्त माह में पूर्ण रूप से आ जाएगी। उसके बाद आगे की नीति तैयार की जाएगी।
कैप्टन ने इस बात पर हैरानी जताई कि 2.5 एकड़ के किसान को 1 लाख रुपये कृषि लोन मिल सकता है और पांच एकड़ वाले को 2 लाख रुपये। ऐसे में पांच एकड़ वाले किसान के ऊपर 21 लाख रुपये का कर्ज चढ़ जाता है, यह बात समझ से परे है।
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