सरसा (सुनील वर्मा)। केंद्र के तीन कृषि अध्यादेशों और 10 सितंबर को पिपली रैली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ 19 किसान संगठनों के सदस्यों ने प्रदेशव्यापी ‘चक्का जाम’ कार्यक्रम के तहत आज गांव पंजुआना के निकट नेशनल हाइवे पर दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक तीन घंटे हजारों की संख्या में एकत्रित होकर रास्ता जाम कर दिया। हजारों किसान सुबह से ही ट्रैक्टर-ट्रालियों, मोटरसाइकिल, बाइक व पैदल जत्थों के रूप में नेशनल हाइवे, गांव पंजुआना के निकट पहुंचना शुरू हो गए थे। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
इस मौके पर हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने आरोप लगाया कि सरकार ने कोरोना महामारी की आड़ लेकर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किसान विरोधी तीन अध्यादेश पारित कर दिए। किसान नेता जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान किसान वर्ग ही था, जिसने देश की अर्थव्यस्था को गिरने से किसी हद तक बचाया। उन्होंने कहा कि लोगों का पेट भरने वाला किसान ही जब बर्बाद हो जाएगा तो देश का विनाश तो संभव है। किसान नेताओं ने पिपली लाठीचार्ज की जांच करवाने की मांग भी की।
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