बहादुरगढ़ से डीसी का घेराव करने पहुंचे किसान
- मांग न मानने पर झज्जर जिले को चारों तरफ से जाम करने की चेतावनी
झज्जर (सच कहूँ/संजय भटिया)। केएमपी एक्सप्रेस वे के साथ बनने वाले हरियाणा आॅर्बिटल रेल कॉरिडोर का मुआवजा बढ़ाने के लिए आंदोलन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को अपना ट्रैक्टर मार्च निकाला और उपायुक्त का घेराव करने के लिए झज्जर पहुंचे। किसानों के ट्रैक्टर मार्च और प्रदर्शन में महिला किसान भी काफी संख्या में शामिल रहीं। यह महिला किसान अन्य किसानों के साथ अपने हाथों में थालियां लिए हुए थी। झज्जर लघु सचिवालय परिसर में पुलिस प्रशासन द्वारा बैरिकेटस लगाकर इन आंदोलनकारी किसानों को पहले ही रोक लिया गया। महिला किसानों ने ताली और थाली बजाकर विरोध जताया। प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यह भी पढ़ें:– स्कार्पियो ने सड़क किनारे खड़े दो युवकों रौंदा, एक की मौत, चार घायल
मामले की गंभीरता को भांपकर जिला उपायुक्त मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसानों में से ही कुछ किसानों की कमेटी गठित कर उस प्रतिनिधि मंडल से अपने कार्यालय में बातचीत किए जाने की बात कही। बाद में किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त शक्ति सिंह के साथ मंत्रणा करने के लिए पहुंचा। यहां काफी देर तक चली बैठक के बाद किसानों के इस प्रतिनिधि मंडल को किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए तीन-चार रोज का समय मांगा गया। बाद में मीडिया के रूबरू हुए किसान नेता रमेश दलाल ने बताया कि हरियाणा आॅर्बिटल रेल कॉरिडोर के मुबावजे को लेकर पिछले काफी लंबे समय से किसान केएमपी पर धरने पर बैठे हुए हैं।
सीएम की तरफ से आश्वासन दिया गया था कि उनकी मांगों पर सकारात्मक विचार चल रहा है और 10 फरवरी तक उनकी मांग के सकारात्मक परिणाम सामने आ जाएंगे। लेकिन जब दस फरवरी तक उन्हें इस मामले में कोई समाधान दिखाई नहीं दिया तो आज वह यहां लघु सचिवालय में सरकार को जगाने का प्रयास करने आए हैं। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते उनकी सभी मांगों के सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आए तो फिर अगली वह तारीख ही रखेंगे। उस तारीख को पूरे झज्जर को चारों तरफ से एक तरह से पक्के मोर्चे लगाकर जाम कर दिया जाएगा।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।