विभिन्न संगठनों ने किया समर्थन, दुकानें व संस्थान रखे बंद, कई जगहों पर लगे धरने
- शाम 4 बजे धरने की समाप्ति के बाद यातायात हुआ बहाल
- कई जिलों के रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पूरी तरह सुनसान नजर आए
बठिंडा/पटियाला/श्री मुक्तसर साहिब (सच कहूँ न्यूज)। Kisan Andolan: पंजाब बंद के आह्वान पर सोमवार को राज्यभर में किसानों का आंदोलन बड़े पैमाने पर सफल रहा। किसान संगठनों ने अपनी मांगों के समर्थन में बाजार, संस्थान और परिवहन सेवाएं पूरी तरह से ठप रहे। आंदोलन का प्रभाव मुक्तसर, बठिंडा, पटियाला, मानसा, संगरूर फरीदकोट, मलोट और सुनाम सहित पूरे राज्य में देखने को मिला।
सुबह 7 बजे से शुरू हुए बंद में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी संस्थान और बाजार बंद रहे। कई स्थानों पर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड सुनसान नजर आए। यातायात पूरी तरह बाधित रहा, जिससे आम लोगों को परेशानी हुई। किसानों ने राजमार्गों और प्रमुख सड़कों पर धरने देकर आवाजाही रोकी। किसानों को व्यापारियों, यूनियनों और आम जनता का समर्थन मिला। आंदोलन के दौरान शांतिपूर्ण माहौल बना रहा, हालांकि कुछ स्थानों पर नोकझोंक और विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हुई। शाम 4 बजे धरने समाप्त होने के बाद यातायात बहाल हुआ।
मुक्तसर में 5 जगहों पर लगाया धरना | Punjab News
सोमवार को पूरा मुक्तसर जिला पूर्ण तौर पर बंद रहा। इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी संस्थान और दुकानें बंद रही। बंद दौरान मुक्तसर में रेलवे स्टेशन पूरी तरह सुनसान नजर आया। वहीं बस स्टैंड पर भी एक-दो सवारियां भी मिली, जिन्होंने बाहर जाना था। इसके अलावा पूरा बस स्टैंड खाली नजर आया। इसके साथ ही पंजाब रोडवेज और पनबस कर्मियों ने सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर तक बसों के पहिए जाम रखे।
इस मौके किसान संगठनों की ओर से मुक्तसर जिले में 5 जगहों पर धरने लगाए गए। जिसमें मुक्तसर, कोटकपूरा रोड गांव उदेकरन, मलोट-मुक्तसर रोड पर गांव औलख, फाजिल्का मलोट रोड पर गांव पन्नीवाला और लंबी में किसानों की ओर से धरने लगाए गए। इस मौके धरना दे रहे किसानों ने इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर किसी को भी आगे नहीं जाने दिया। वहीं किसानों के समर्थन में मुक्तसर के सभी पेट्रोल पम्प बंद रहे।
पटियाला में किसानों ने बंद करवाया बैंक व पेट्रोल पंप | Punjab News
पटियाला में पंजाब बंद की कॉल को लेकर किसानों ने पटियाला को पूरी तरह से बंद रहा। सुबह से ही किसान यूनियन के सदस्य ग्रुप बनाकर निकल गए थे, जिन्होंने खुली पड़े दुकानों, मार्केट और बैंक को भी बंद करवाया। किसानों ने राजपुरा, पटियाला सहित जिले के अन्य हिस्सों में सड़कों पर जमा होकर रोड ब्लॉक रखे। इस दौरान किसान यूनियन के सदस्यों ने खुले हुए बैंक को बंद करवाया, वहीं पेट्रोल पंप भी बंद करवा दिए। बखशीवाला गांव वाली रोड पर किसान धरना लगाकर बैठे थे। इस इलाके से बाइक पर सवार लोग गुजरने लगे तो उन्हें किसानों ने वापस लौटा दिया।
फरीदकोट में अधिकारी व किसानों में बहसबाजी हुई
फरीदकोट में किसान संगठनों के पंजाब बंद के दौरान किसानों द्वारा दुकानों समेत सरकारी संस्थानों को जबरन बंद कराने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। यहां के ब्लॉक प्राइमरी शिक्षा अधिकारी के दफ्तर को बंद कराने पहुंचे किसानों की ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के साथ बहसबाजी हो गई। किसान नेता शरणजीत सिंह सरां ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने ब्लॉक शिक्षा दफ्तर को बंद करने के लिए कहा तो ब्लॉक प्राइमरी शिक्षा अधिकारी ने किसानों के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। दूसरी तरफ शिक्षा अधिकारी जगतार सिंह ने किसानों ने उनके कार्यालय का दरवाजा तोड़ने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया।
मानसा में बंद रही सभी मार्केट
मानसा में किसान आंदोलन को व्यापारियों ने दुकानें बंद कर समर्थन दिया। आपातकालीन सेवाएं को छोड़कर शहर में पूरा मार्केट बंद रहा। किसान नेता जगदेव सिंह ने कहा कि समाज का हर वर्ग किसानों की मांगों को लेकर आवाज उठा रहा है। इस मुद्दे पर चल रहे संघर्ष में संघर्ष विराम के आह्वान का समर्थन करने के लिए भी उनका आभार व्यक्त किया जा रहा है। Punjab News
बठिंडा में दूल्हे ने धरनास्थल में पहुंचकर किया बंद का समर्थन
बठिंडा में भी पंजाब बंद का व्यापक असर दिखा। किसानों ने बठिंडा के कन्हैया चौक पर धरना लगाया। भारत बंद के आह्वान पर किसानों का समर्थन बठिंडा के बाजारों के दुकानदारों ने भी किया और अपनी दुकानें बंद रखीं और दूसरी ओर रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में ट्रेनें रुकी नजर आई। दोपहर करीब बारह बजे गांव माखों निवासी दूल्हा बलजिंदर सिंह किसानों के बीच पहुंचा और किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया। बलजिंदर सिंह ने कहा बेशक आज मेरी शादी हो रही है, जिसे टाला नहीं जाता था। परंतु किसान होने के नाते मैं और मेरा परिवार किसानों के इस धरने का समर्थन करता है। आज बहुत गर्व महसूस करता हूं, कि जहां आज पूरा पंजाब बंद है और मैं शादी करने जा रहा हूं।
सभी संगठनों का सहयोग मिला: किसान नेता
मलोट में भी किसान संगठनों के पंजाब बंद का असर मलोट में भी देखने को मिला व मलोट के बाजार शाम 4 बजे तक पूर्णतया बंद रहे। वहीं मेडिकल स्टोर आदि को छोड़कर बाकी दुकानें व व्यापारिक विभाग बंद रहे। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी जिला प्रधान बलजीत सिंह बल ने कहा कि हमें सभी संगठनों का भरपूर सहयोग मिला। व्यापार मंडल, रेहड़ी फड़ी यूनियन, आटो रिक्शा यूनियन, ट्रक यूनियन ने भी भरपूर सहयोग दिया। शाम 4 बजे किसान संगठनों का धरना समाप्त होने के बाद यातायात बहाल हो गया व लोगों ने राहत की सांस ली और मलोट के बाजार भी खुल गए।
सुनाम बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर पसरा रहा सन्नाटा | Punjab News
सुनाम ऊधम सिंह वाला के बाजार मुकम्मल तौर पर बंद रहे। जहां रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड बिल्कुल सुनसान नजर आए। शहर के सभी पैट्रोल पर भी बंद रखे गए। वहीं मेन बाजार सिनेमा चौंक, नया बाजार, रेलवे रोड सहित बठिंडा-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर सन्नाटा पसरा हुआ था। वहीं अस्पताल व मेडिकल की दुकानें खुली नजर आर्इं। वहीं पंजाब बंद के आह्वान को शहर के साथ गांवों में भी पूरा समर्थन मिला। इस संबंधी ब्लॉक के कई गांवों का दौरा किया तो गांवों में भी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखकर रोष जताया।
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