धरती पुत्र को फसल बिजाई से बेचने तक हमेशा सताता रहता डर
सच कहूँ/अशोक राणा, कलायत। धरती पुत्र को उसकी फसल जब तक बिक नहीं जाती तब तक हर समय कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी फसलों में बीमारी का डर हमेशा सताता रहता है। अनाज मंडी में किसान केवल धान व गेहूं बेचने के लिए पहुंचता है लेकिन कई बार किसान की मजबूरी भी होती है कि वह अपनी फसल जल्दी काट कर अनाज मंडी में पहुंचाए लेकिन सरकार व प्रशासन के निदेर्शानुसार टोकन देरी का होने के कारण उसे अनाज मंडी में फसल की रखवाली करनी पड़े।
ऐसा ही उदाहरण कलायत निवासी किसान कर्ण सिंह के साथ हुआ है। शनिवार को गेहूं की फसल लेकर कलायत अनाज मंडी में पहुंचे किसान कर्ण सिंह ने बताया कि उसने खेत में बिजली की हाईटेंशन तार निकली हुई हैं। शुक्रवार को अचानक तेज हवाओं से तारों में घर्षण के कारण कुछ चिंगारी उठी और देखते ही देखते खेत के एक सिरे में आग लग गई। गनीमत रही कि उस समय वे अपने कुछ साथी किसानों के साथ खेत में ही थे।
उन्होंने किसी तरह आग पर काबू पाया और अपनी फसल को बचाने में सफल हो सके। कर्ण सिंह ने बताया कि यह सब देखकर उसको व परिवार के लोगों को सारी रात नींद नहीं आई। तभी उसने फैसला किया कि वह सुबह ही कंबाइन से अपनी फसल को कटवा कर अनाज मंडी में डाल लेंगे। हालांकि उनका 5 अप्रैल का गेहूं खरीद का टोकन लगा हुआ है लेकिन आपदा के डर से मजबूरी के चलते उसने 2 दिन पहले ही अनाज मंडी में फसल लाने का निर्णय लिया।
5 को खरीद ली जाएगी किसान की फसल: सचिव अरविंद्र कुमार
मार्केट कमेटी सचिव अरविंद कुमार श्योकंद ने बताया कि किसान कर्ण सिंह को 5 अप्रैल को फसल लाने का टोकन जारी किया जा चुका है। किसान कर्ण सिंह पहले ही अपनी फसल लेकर अनाज मंडी पहुंचा है। गेहूं में भी नमी की कुछ मात्रा ज्यादा है। 5 अप्रैल को उनकी फसल खरीद करवा दी जाएगी तथा फसल खरीद में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
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