टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में किसान ने लगाई फांसी, मौत

Farmer-Protest

दो और किसानों ने तोड़ा दम (Farmer Commits Suicide )

बहादुरगढ़ (सच कहूँ ब्यूरो)। तीन कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में शामिल एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार जींद के सिंहवाला निवासी 50 वर्षीय कर्मवीर पुत्र दरियाव सिंह ने शहर के बाईपास स्थित नए बस स्टैंड के पास एक पेड़ पर प्लास्टिक की रस्सी का फंदा लगाकर जान दे दी। सुबह किसानों को उसका शव पेड़ से फंदे पर लटका मिला। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने किसानों की मौजूदगी में शव को फंदे से उतारा। पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में भिजवा दिया है। स्वजनों को भी सूचना दी गई है। सिविल अस्पताल में कर्मवीर के स्वजन आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।

किसानों ने बताया कि कर्मवीर किसानों की मांगें सरकार की ओर से पूरी न किए जाने से परेशान था (Farmer Commits Suicide) 

वह बार-बार यहीं कहा करता था कि सरकार किसानों की मांगों के प्रति काफी अड़ियल रवैया अपनाए हुए है। कर्मवीर को तीन बेटियां हैं। वहीं इसके साथ ही किसान आंदोलन में सुखविंदर पुत्र दलीप सिंह उम्र 60 वर्ष निवासी धुरकोट रासीन जिला मोगा पंजाब की अज्ञात कारणों से मृत्यु हो गई। शव सामान्य हॉस्पिटल बहादुरगढ़ में लाया गया है। इसके बाद किसान आंदोलन में आए लक्खा सिंह पुत्र बाज सिंह उम्र करीब 70 वर्ष वासी गांव का लोधी, जिला संगरूर, पंजाब की अज्ञात कारणों से मृत्यु हो गई है। टीकरी बॉर्डर पर रविवार को आंदोलन में तीन मौत होने से अब तक हुई मौत की संख्या 33 हो गई है।

  • इतना ही नहीं आंदोलन में शामिल किसानों की ओर से आत्महत्या की यह तीसरी घटना है।
  • इससे पहले 19 जनवरी को रोहतक के पाकस्मा निवासी जयभगवान राणा ने जहर खा लिया था।
  • जिससे 20 जनवरी को उसकी मौत हो गई थी।
  • 27 दिसंबर 2020 को पंजाब के फाजिल्का के जलालाबाद बार एसोसिएशन के सदस्य वकील अमरजीत ने पीएम के नाम पत्र लिखकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी।

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