मशहूर पंजाबी गायक काका ने गांव चन्दूमाजरा में खोली लाईब्रेरी
- किताबों का घर आने वाली पीढ़ियों को तरक्की व बुलन्दियों पर पहुंचाएगा: जैमलदीन
पटियाला। (सच कहूँ/नरेन्द्र सिंह बठोई) अपनी सुरीली आवाज के साथ लोगों के दिलों पर राज करने वाले पटियाला के हल्का राजपुरा में स्थित गांव चन्दूमाजरा के निवासी मशहूर (Patiala News) पंजाबी गायक रविन्द्र सिंह उर्फ काका जो कि किसी जान-पहचान के मोहताज नहीं है। अब वह सोशल मीडिया व दुनिया में अपने अनोखे प्रयास से खूब प्रशंसा हासिल कर रहे हैं। अभिनय के साथ-साथ वह किताबों से भी प्यार रखते हैं और किताबों के साथ हुए प्यार को ब्यान करने के लिए उन्होंने अपने गांव चन्दूमाजरा में अपनी निजी जमीन में लाईब्रेरी खोलकर युवा पीढ़ी के ज्ञान में विस्तार करने के के मकसद से अनोखी पहल की है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार हल्का राजपुरा के गांव चन्दूमाजरा के निवासी गायक रविन्द्र सिंह उर्फ काका ने अपनी गायकी से लोगों के दिलों में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने गांव में निजी तौर पर खरीदी गई करीब 3 बीघे जमीन में वॉयलन के आकार वाली लाईब्रेरी स्थापित की है, जोकि चर्चा का विषय बनी हुई है। (Patiala News) उन्होंने कहा कि मेरा सपना था कि मैं हथियारों को प्रमोट करने जैसी गायकी नहीं बल्कि युवा पीढ़ी को अच्छे राह पर चलाने वाली प्रोत्साहित गायकी करूंगा। इसी तरह युवा पीढ़ी व समाज में ज्ञान का प्रसार करने के मकसद से लाईब्रेरी खोली गई है ताकि आने वाली पीढ़ियां किताबी ज्ञान हासिल कर समाज को निरोग व देश की तरक्की में बनता योगदान दें। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि गायक काका द्वारा ज्ञान फैलाने के लिए किया गया यह प्रयास बहुत ही प्रशंसनीय है।
इस बात पर खुशी प्रकट करते गायक काका के पिता जैमलदीन ने बताया कि भले ही वह राज मिस्त्री हैं, लेकिन उन्होंने अपनी नेक कमाई से अपने बेटे व उसके भाई अनवर को अच्छी पढ़ाई करवाई है। उन्होंने बताया कि काका ने गाए एक गाने में लिखे शब्दों को सच कर दिखाया है व इस लाईब्रेरी को गांव के बाहर 3 बीघे निजी जमीन खरीदकर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि हमने अभी तक अपना घर नहीं बनाया है। लाईब्रेरी में ज्ञान में विस्तार करने वाली किताबों के अलावा राष्टÑीय व अंतरराष्टÑीय स्तर पर प्रसिद्धि हासिल करने वाले महान व्यक्तियों की किताबें भी रखी गई हैं। जैमलदीन का कहना है कि समय-समय पर और किताबों में विस्तार किया जाएगा और यह लाईब्रेरी हर वर्ग के लिए खुली है व उनका मकसद ही युवाओं को अच्छी शिक्षा देना व कामयाब करना है। उन्होंने बताया कि काका भले ही सेना में जाने की इच्छा रखता था, लेकिन उसका छोटा होने के चलते यह संभव नहीं हो पाया।
सही रास्ते पर चलेगी युवा पीढ़ी: गांव के नौजवान
लाईब्रेरी में किताबें पढ़ने आए गांव के युवा वरिन्द्र सिंह, रविन्द्र सिंह, लवप्रीत सिंह, हरविन्द्र सिंह ने बताया कि पंजाब राज्य से संबंधित सैकड़ों ही अभिनेता हैं, लेकिन गायक काका ने ऐसा कार्य कर अपने आप में अनोखा काम किया है जोकि युवा पीढ़ी को सही शिक्षा देने वाला व समाज को सुधारने वाला साबित होगा। (Patiala News) उन्होंने बताया कि यह काम अपने आप में एक रिकॉर्ड है। जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।
शिअद के जरनल सचिव व पूर्व लोकसभा मैंबर प्रो. प्रेम सिंह ‘चंदूमाजरा’ भी इसी गांव के जमपल उल्लेखनीय है कि शिरोमणि अकाली दल के जनरल सचिव व पूर्व लोकसभा मैंबर प्रो. प्रेम सिंह चन्दूमाजरा भी गांव चन्दूमाजरा के जंमपल हैं व उनके नाम से गांव का नाम विदेशों में भी चमका है लेकिन एक आम परिवार से संबंधित पंजाबी कलाकार काका ने अपनी गायकी का लोहा मनवाते गांव चन्दूमाजरा को एक बार फिर से मशहूर कर दिया है।