रेहड़ी लगाने वाले व्यक्ति की फैमली आईडी में दिखाई इनकम पांच लाख
- परिवार को आयुष्मान योजना व बीपीएल श्रेणी का लाभ भी नहीं मिल रहा
रादौर। (सच कहूँ/लाजपतराय) पति फेरी लगाने का कार्य करता है। इस मेहनत मजदूरी से वह मुश्किल से 8 से 10 हजार प्रतिमाह कमा पाता है और अपने परिवार का गुजारा कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी फैमिली आईडी में उनकी इनकम 5 लाख रुपए सलाना दिखा दी गई है, जो प्रति माह करीब 40 हजार बनती है। कई बार इसे ठीक करवाने के लिए नगरपालिका कार्यालय तो कभी सीएससी भी वह जा चुकी है लेकिन फिर भी इसे दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। जिससे वह काफी परेशान है। अब अगर प्रशासन इसको ठीक नहीं करना चाहता तो कम से कम फैमिली आईडी में बढ़ाई गई करीब 30 हजार प्रतिमाह की राशि ही उन्हें दिलवा दे। ताकि उन्हें फैमिली आईडी से आए दुरुस्त करवाने की जरूरत ही न पड़े।
यह भी पढ़ें:– देश में 117 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए, तीन संक्रमितों की मौत
यह कहना है रादौर निवासी सरोज बाला का। सरोज बाला ने बताया कि पिछले वर्ष उनकी फैमिली आईडी में आय बिल्कुल दुरुस्त थी, लेकिन इस बार उनकी फैमिली आईडी में आय को गलत कर 5 लाख दिखा दिया गया। जिससे उन्हें आयुष्मान योजना व बीपीएल योजना की श्रेणी में आने का लाभ भी नहीं मिल सका। उन्हें इस बारे जब पता चला जब वह बीपीएल श्रेणी में नाम नहीं आने पर अपनी फैमिली आईडी की जांच करवाने के लिए सीएससी सेंटर पर गई। तब उन्हें पता चला कि उनकी फैमिली आईडी मे उनकी आय 5 लाख कर दी गई है।
यही कारण है कि उनका आयुष्मान योजना और बीपीएल योजना में नाम नहीं आया है। इसे ठीक करवाने के लिए वह कई बार नगरपालिका कार्यालय भी गई, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। सरकार गरीब परिवारों को योजनाओं का लाभ देने का प्रयास कर रही है, लेकिन परिवार पहचान पत्र में लोगों की आय के साथ हो रही गड़बड़ी इन योजनाओं में बाधा बन रही है। लोगों को पता ही नहीं चल पा रहा है कि उनकी आय खुद-ब-खुद कैसे बढ़ रही है। बार-बार इसे दुरुस्त करवाने के लिए दौड़-धूप करने पर उन्हें विवश होना पड़ रहा है, लेकिन इसके बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री को भी पत्र भेज कर अपनी शिकायत दर्ज करवाएगी और परिवार पहचान पत्र में हो रही गड़बड़ी को ठीक करवाने की मांग के साथ साथ अन्य लोगों के साथ हो रहे इस मामले को भी ठीक करवाने की मांग करेगी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।