विश्वास हुआ फिर बेविश्वास, सच उगल कर बोला झूठ

लाखों लोगोें के सामने माफी मांगने वाले विश्वास पर अब नहीं रहा किसी को विश्वास

सरसा। पूरी दुनिया जानती है कि अपनी पूर्व पत्नी हनीप्रीत इन्सां के साथ दहेज के लिए मारपीट के मुकद्दमें जेल भुगत चुके विश्वास गुप्ता ने 1 सितंबर 2014 को अपने पिता महेंद्र पाल गुप्ता के साथ डेरा सच्चा सौदा में सत्संग के दौरान पूज्य गुरू जी के खिलाफ झूठ प्रचार करने के लिए
माफी मांगी थी। विश्वास गुप्ता जिसका चरित्र लालची किस्म का है अब फिर से वही राग अलाप रहा है जिससे लोग उसे दुत्कार रहे हैं।

सन 2011 के दौरान दहेज के लालच में अपनी पूर्व पत्नी हनीप्रीत इन्सां के साथ मारपीट करने एवं उसे प्रताड़ना देने के लिए विश्वास गुप्ता को जेल जाना पड़ा था। जिसके बाद उसने व उसके पिता महेंद्र पाल गुप्ता को अपनी गलती का पश्चाताप हुआ और 1 सितंबर 2014 को डेरा सच्चा सौदा में जारी सत्संग के दौरान लाखों लोगों के सामने पूज्य गुरू संत डॉ.गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के खिलाफ किए गए झूठे प्रचार के लिए माफी मांगी थी एवं सद्बुद्धि की कामना की थी।

 अब जब पूज्य गुरू जी के खिलाफ अदालत का फैसला आया है तो विश्वास गुप्ता फिर से डेरा विरोधी ताकतों के साथ जा मिला है। पैसों के लालची विश्वास ने अपना रंग फिर से दिखाते हुए झूठे आरोप लगाए हैं। जबकि अपनी कारस्तानियों के कारण पूरी दुनिया में दुत्कारे गए विश्वास ने एक बार माफी मांग ली थी लेकिन अब फिर से वही आरोप लगा कर लोगों को गुमराह करने की नाकाम कोशिश की है।

विश्वास गुप्ता से बड़ा सवाल

विश्वास यह कह रहा है कि डेरे में आकर माफी मांगने के लिए उस पर दबाव बनाया गया था। तो विश्वास यह बताए कि जो पत्र उसने पंचकूला डिप्टी कमिश्नर को 5 अगस्त 2011 में लिखा था वह किसके दबाव में लिखा था? इस पत्र में उसने साफ लिखा है कि उस पर डेरे को बदनाम करने के लिए धमकाया जा रहा है।

विश्वास की तरह उसका पिता महेंद्र भी पैसों का लालची

विश्वास की तरह उसका पिता महेंद्र भी पैसों का बहुत बड़ा लालची निकला है। सितंबर माह में 2014 के दौरान जब दोनों बाप-बेटा माफी मांगने पहुंचे तो मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए महेंद्र ने बताया था कि उसे पैसों का लालच देकर उकसाया गया था। उसने बताया था कि डेरा विरोधी ताकतवर लोग हैं। वे लोगों को पैसों का लालच देकर व दबाव डालकर डेरे के खिलाफ झूठा व गलत प्रचार करने को मजबूर करते हैं। मैं भी उनके चंगुल में फंस गया था। उन्होंने मुझे बड़ी रकम का लालच देकर पूज्य गुरू जी के खिलाफ बोलने के लिए उकसाया था। उस समय मैंने जो भी आरोप लगाए थे सभी निराधार व झूठे थे। मैंने जो गुनाह किए हैं मैं माफी के काबिल तो नहीं हूं लेकिन अब मुझे असलियत की जानकारी हो गई है और मैं माफी मांगने आया हूं।

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