14 टैब, 34 मोबाइल, 1 लाख 17 हजार की नकदी, 2 लैपटॉप और एक स्कूटरी बरामद
लुधियाना (सच कहूँ/जसवीर सिंह गहल)। लुधियाना पुलिस ने गैर कानूनी तौ पर एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर (International Call Center) का भंडाफोड़ करते हुए 29 ठगों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के सदस्य ज्यादातर विदेशी लोगों को अपना शिकार बनाते थे। इस कॉल सेंटर के बारे पुलिस को गुप्त सूचना थी। जिसके बाद ही पुलिस ने रेड कर इन आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए तकनीकी सेवा प्रोवाइडर के रुप में खुद को पेश किया। इन्होंने विदेशियों को पैसों के लिए धोखा दिया है। Ludhiana News
इसमें इस्तेमाल किए गए सभी मोबाइल फोन भी पुलिस ने जब्त कर लिए है। गिरफ्तार किए गए गिरोह के सदस्य मेघालय, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, दिल्ली और पंजाब से हैं। प्रैस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कृष्णा निवासी अहमदाबाद, गुजराज और सचिन सिंह निवासी उत्तर प्रदेश व अन्य अज्ञात व्यक्ति और महिलाएं मिलकर गैरकानूनी तरीके से कॉल सेंटर चला रहे है। गैंग के लोग विदेश बैठे लोगों को गुमराह करके धोखाधड़ी करते हैं। खुद को माइक्रोसॉफ्ट हेडक्वाटर और एप्पल हेडक्वाटर प्लेटफॉर्म से कस्टमर स्पोर्ट सुविधा देने का दावा करते हुए फोन नंबर +14258828080 और टोल फ्री नंबर 1800-102-1100 जारी किया। Ludhiana News
इस नंबर पर विदेश में रहते लोग कम्प्यूटर सिस्टम में तकनीकी खराबी होने की कॉल वगैरह करते थे। जिसके बाद आरोपी उन लोगों के सिस्टम को हेक कर लेते थे। उनके सिस्टम का आईपी एड्रेस और सिस्टम हेक होने के बारे बता कर उनके निजी बैंकिंग जानकारियां हासिल कर धोखाधड़ी करके गिफ्ट कार्ड देकर, उस गिफ्ट कार्ड पर जो नंबर अंकित होते हैं, उस नंबर को हासिल करके बैंक खाते की रकम हड़प जाते थे। पुलिस ने सबसे पहले रख बाग से दो आरोपियों कृष्णा और सचिन को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी विदेशियों को कॉल करने की तैयारी में थे। दोनों आरोपियों से पुलिस को 2 इलेक्ट्रॉनिक टैब, 3 मोबाइल फोन, कई दस्तावेज और एक्टिवा स्कूटी बरामद हुई। Ludhiana News
आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने पुलिस को बताया कि इनका कॉल सेंटर गांव दाद में चल रहा है। आरोपियों ने एक कोठी किराए पर ली हुई है। पुलिस ने जब रेड की तो 27 लोगों को वहां से दबोचा। आरोपियों में दो लड़कियां भी शामिल है। इस गैंग के मास्टर माइंड चैरी और पाल नाम के व्यक्ति है। वहीं एक अन्य एलक्स नाम का व्यक्ति है जो इन लड़के-लड़कियों को वेतन देता है। इस मामले में चैरी, पाल, एलक्स को नामजद किया है। गिरफ्तार आरोपियों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच की है। पकड़े गए आरोपी ज्यादातर 10वीं और 12वीं पास है। केवल 3 आरोपी ग्रेजुएट हैं।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान सचिन सिंह निवासी गांव आऊरोजी तिवाड़ी (यूपी), बाल कृष्णा निवासी चंदू लाल चौल (गुजरात), वैंची मार्क और क्लीरिन ख्यारिम, शिलांग, मेघायल (दोनों लड़कियां), दीपक शाह निवासी गांव दुनियाली (यूपी), यादव संदीप निवासी पुशपिक फ्लैट बापू नगर (गुजरात), कुलदीप निवासी गांव बंगरोटू (एचपी), कैवीका निवासी गांव दीमापुर नागालैंड नोर्थ ईस्ट, कुपटू निवासी नागालैंड, कृष्ण सिंह, अमन सिंह लावी, अमर सिंह निवासी शिलांग मेघालय, यादव संतोष निवासी पुशपक (गुजरात), मिश्रा चिराग निवासी दीपली नगर (गुजरात), सूरज राए
निवासी शिलांग मेघालय, विकास सिंह निवासी शिलांग मेघालय, हार्दिक भरतबाई सोलंकी निवासी गांव मौसाना (गुजरात), प्रवीण सहगल निवासी रोहिनी न्यू दिल्ली, विनी देव निवासी शिलांग मेघालय, हरमन सिंह निवासी जोधां मनूसरां (लुधियाना), सूरज ठाकुर, गगनदीप सिंह, काउसिली, मोहाका आउमी, लवप्रीत सिंह, राहुल ठाकुर, अर्जुन सिंह सहोता, विकास यादव, कमलेश पाल के रुप में हुई। जो हाल ही में अलग-अलग स्थानों पर रह रहे थे।
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