मीडिया ने तोते की तरह रटा रखी है हनप्रीत की फर्जी सहेली
सरसा। इलैक्ट्रोनिक मीडिया ने शर्म की सभी हदें पार कर दी हैं। वह डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ झूठा प्रचार करने की कोई कसर नहीं छोड़ रहा। पूज्य गुरु जी के फर्जी रिश्तेदार भूपेन्द्र गोरा को स्टूडियो में लाने के बाद अब हनीप्रीत इन्सां की फर्जी सहेलियों का जाल बुना जा रहा है लेकिन मीडिया अपने इस जाल में बुरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। प्रत्येक आम दर्शक को भी यह बात समझ आ रही है कि हनीप्रीत की फर्जी सहेली के बोलने से पहले एंकर ही ज्यादा बोल रहा है। वह खुद ही उसके मुंह से कुछ बुलवाना चाह रहा है।
जो कुछ एंकर खुद कहना चाहता है वह पहले ही बोल देता है, जिसे फर्जी सहेली केवल दोहराती है। सहेली के रुक-रुककर बोलने से भी समझ जाता है कि वह पूरी तरह प्लान प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसे पहले तोते की तरह रटाया गया है। जब वह किसी बात को भूल जाती है तब एंकर खुद मक्कारी से उसे याद करवाता है। फर्जी सहेली का तब झूठ सरेआम सामने आ जाता है जब वह कहती है कि हनीप्रीत गरीब परिवार से संबंधित थी। सरसा व फतेहाबाद के आम लोग जानते हैं कि हनीप्रीत के माता-पिता पूरे खुशहाल परिवार से संबंध रखते हैं।
सरसा में परशुराम चौंक के नजदीक इस परिवार का एक प्रसिद्ध कंपनी के टायरों का शोरूम है, जिसमें मोटरसाईकिल, स्कूटर से लेकर चार पहिया वाहनों के टायर बेचे जाते हैं। क्या कोई गरीब परिवार टायरों की एजेंसी ले सकता है? कहते हैं कि झूठ के पैर नहीं होते। फर्जी सहेली को रटाने वाला मीडिया यह बात भूल गया कि सहेली को यह भी बताना था कि हनीप्रीत गरीब परिवार से संबंध नहीं रखती। फर्जी सहेली यह भी झूठ बोलती है कि हनीप्रीत का परिवार किराए के मकान में रहता है, जो सरासर गलत है। सारा फतेहाबाद यह बात जानता है कि हनीप्रीत के पिता की शहर के जगजीवनपुरा कॉलोनी में अपनी कोठी थी।
ट्रेनर ने नहीं कही-हनीप्रीत के बारे में कोई भी गलत बात
ट्रेनर से अपनी मनघंड़त बात कहलवाना चाहता था एंकर, लेकिन हुआ नाकाममीडिया ने एक जिम ट्रेनर को भी पेश किया है जो डेरा सच्चा सौदा में हनीप्रीत को जिम करवाने का दावा करती है लेकिन इस ट्रेनर ने कोई भी ऐसी बात नहीं कही, जो हनीप्रीत के चरित्र के खिलाफ हो। ट्रेनर केवल इतना ही कहती है कि हनीप्रीत खुद को फिट रखने के लिए जिम करती थी। ट्रेनर ने यह भी कहा कि पूज्य गुरु जी कभी-कभी जिम में आते थे और सभी को बेहतर तरीके से जिम करने व फिट रहने के लिए कहते थे। ट्रेनर ने कहीं भी यह नहीं कहा कि हनीप्रीत किसी बॉलीवुड अभिनेता की हीरोइन बनना चाहती थी लेकिन एंकर धक्के से ट्रेनर के मुंह में यह बातें कहलवाने की कोशिश करता है परन्तु नाकाम हो जाता है। फिर एंकर खुद ही चीख-चीखकर बोलने लग जाता है कि हनीप्रीत बालीवुड में नाम कमाना चाहती थी।