परिवार से पांच वर्ष पहले बिछुड़ा था मनोज, यूपी के यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला है
अबोहर (सच कहूँ न्यूज)। सोशल मीडिया लोगों के लिए विचारों के आदान प्रदान का साधन ही नहीं बल्कि यह मददगार भी साबित (facebook) हो रहा है। यही कारण है कि कुंभ में बिछुड़े कभी मिले न मिलें, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत से लोगों को अपना परिवार दोबारा नसीब हो जाता है। ऐसा ही एक बार फिर हुआ, जब पांच वर्षों से परिवार से बिछुड़ चुके युवक का पता उसके परिजनों को फेसबुक के माध्यम से ही मिला।
जानकारी देते हुए नवमित्रा सेवा समिति के प्रमुख सेवादार जगदीश खट्टर ने बताया कि 8 जनवरी 2019 को उन्हें सर्कुलर रोड मंदिर (facebook) के पास एक युवक सर्दी में बिना कपड़ों के कांपता हुआ मिला था, जो अपना नाम पता बताने में असमर्थ था। जब उनहें इसकी सूचना मिली तो मौके पर पहुंच कर युवक को पहले कंबल ओढ़ाया गया, इसके बाद उसे घर ले जाकर उसे चाय, नाश्ता करवाया गया। लेकिन जब नाम पता पूछा गया तो वह नहीं बता पाया।
इसके बाद पुलिस की स्वीकृति मिलने के बाद युवक को नहला कर और नये वस्त्र पहना कर श्रीगंगानगर के ख्यालीवाला आश्रम में भेज दिया गया। इस बात की सूचना उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर शेयर की, जिसके कारण उसके परिजनों ने उसे पहचान लिया और इसके बाद पारिवारिक सदस्य उसे लाने के लिए श्रीगंगानगर पहुंच गये। परिजनों ने बताया कि युवक का नाम मनोज पुत्र दशरथ है और वह आजमगढ़ उत्तर प्रदेश में रहने वाला है।
5 वर्ष पहले वह घर से गायब हो गया था। उसके बाद उसकी तलाश की जा रही थी। बीते दिनों उन्होंने फेसबुक पर उसे देखकर पहचाना और जगदीश खट्टर से मुलाकात करके ख्यालीवाला आश्रम में पहुंचे। आश्रम की ओर से पूरी कानूनी प्रक्रिया करने के बाद युवक को विदा किया गया। परिजनों ने नवमित्रा सेवा समिति, फेसबुक और ख्यालीवाला आश्रम का तहेदिल से आभार व्यक्त किया है।
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