भिवानी (इन्द्रवेश)। Eye Flu: मानसून के मौसम के दौरान इन दिनों नागरिकों में आई फलू की समस्या बढ़ती जा रही है। आई फलू की यह बच्चों के साथ-साथ बड़ों की आंखों को मिल रही है। आई फलू की बढ़ती समस्या को देखते हुए स्वास्थय विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो चुका है तथा सावधानी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला भिवानी की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं पर दवाई उपलब्ध करवाई जा रही है। आइए जानते हैं कि आप बारिश के मौसम में अपनी आंखों को संक्रमण से बचा कर रख सकते हैं।
- नेत्र विशेषज्ञ डा. नवीता यादव ने बताया कि आंखों की बीमारी छोटे-छोटे बच्चों में काफी ज्यादा फैल रही है। जिन लोगों की आंख दुखनी आई हुई है, उन्हें साबुन से हाथों को बार-बार धोते रहना चाहिए तथा आंखों पर काला चश्मा अवश्य लगा के रखना चाहिए। जो लोग इस बीमारी से बचे है वो भी अपनी आंखों पर चश्मा लगाकर रखें और पानी से धोते रहे।
- इस बीमारी का इलाज एंटीबायोटिक आई ड्राप्स से होता है जो कि मरीज को आखों में थोड़े-थोड़े समय में डालनी होती है।
- नेत्र चिकित्सक की सलाह लिए बिना कोई भी दवा आंखों में न डालें।
- बार-बार अपनी आंखों को पानी से धोना चाहिए। हमेशा फिल्टर्ड पानी का उपयोग करना चाहिए। दूषित पानी में हानिकारक सूक्ष्मजीत हो सकते हैं।
- आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विटामिन और खनिजों से भरपूर संतुलित आहार जरूरी है।
- अपनी आंखों को छूने या आई ड्रॉप या दवा लगाने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोने की आदत बनाएं।
- अपने आंखों की देखभाल के लिए अत्यधिक नमी वाली स्थिति में लेंस पहनने से बचे
इसके लक्षण | Eye Flu
- इस बीमारी में आखों का लाल होना
- आंखों में सूजन होना, आँखों में रडक होना
- आंखों में पानी आना व आँखों में डीड आना
यह बीमारी वायरल कन्जैकटीवीटी कहलाती है तथा इसके ठीक होने में एक सप्ताह से 10 दिन तक लग जाते है।
सभी अभिभावकों से अनुरोध हैं कि जिन बच्चों में इस बीमारी के लक्षण हैं, उन बच्चों को स्कूल में न भेजें, वहीं स्कूल प्रशासन से भी अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और ऐसे बच्चों को उनके घर भेज दें, ताकि स्कूल के दूसरे बच्चों को इस बीमारी से बचाया जा सके। वहीं इस बारे में सभी अभिभावकों से अपील है कि जिनको भी आई फ्लू है, वे सभी दूसरों से दूरी बना कर रखें क्योंकि यह बीमारी एक दूसरे के संपर्क में आने से भी फैलती है।
नेत्र विशेषज्ञ डा. नवीता यादव