Weather Update: हिसार सच कहूँ/संदीप सिंहमार। आसमान से आग की तरह गर्मी बरस रही है। शुक्रवार को तो सुबह सूरज चमकते ही गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक सुबह 9 बजे ही हिसार सहित कुछ जिलों का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से पार चला गया। यदि सूरज की चमक इसी तरह बनी रहीं रही तो अगले 24 घंटों में इन् राज्यों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री को भी पार कर सकता है। भारत मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र ने भी संभावना जताई थी कि 20 मई तक मौसम इसी प्रकार खुश्क बना रहेगा।
इस दौरान अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। हालांकि 17 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इसके बावजूद भी अभी गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।हरियाणा,पंजाब,दिल्ली एनसीआर उत्तर प्रदेश,बिहार के अधिकांश हिस्सों, झारखंड,छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मौसम अभी बदलने की संभावना भी नहीं है। आगामी दिनों में भी गुजरात, राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों और हरियाणा में लू की स्थिति संभव है। पिछले 24 घंटों के दौरान,दक्षिणी तमिलनाडु और दक्षिणी केरल में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। तमिलनाडु, मध्य महाराष्ट्र,कर्नाटक,केरल,तेलंगाना, सिक्किम,लक्षद्वीप अंडमान और निकोबार द्वीप समूह,तटीय आंध्र प्रदेश और पूर्वी असम में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। ओडिशा, छत्तीसगढ़,गुजरात, मध्य प्रदेश,उत्तरी बिहार और पूर्वोत्तर भार में कुछ स्थानों पर और दक्षिण पश्चिम राजस्थान और उत्तराखंड में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
इन राज्यों में बारिश के आसार | Weather Update
अगले 24 घंटे के दौरान, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ कुछ भारी बारिश की उम्मीद है। दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी ओडिशा,तमिलनाडु,आंतरिक कर्नाटक,आंध्र प्रदेश,सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हे सकती है। पूर्वोत्तर भारत, विदर्भ,मराठवाड़ा,दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में हल्की बारिश संभव है।
ऐसी है देशभर में मौसम प्रणाली
दक्षिणी हरियाणा और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है,जो शुष्क होने के कारण तेज़ गर्मी का अहसास करवा रहा है। मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है, 82° पूर्व देशांतर के साथ 25° उत्तर अक्षांश के उत्तर तक चल रही है।दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। मध्य प्रदेश के मध्य भागों व असम मर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसी प्रकार विदर्भ और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से निचले स्तर पर विदर्भ तक फैली हुई है। एक परिसंचरण बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी और उससे सटे दक्षिण श्रीलंका पर औसत समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका के ऊपर बने हुए चक्रवर्ती हवाओं के क्षेत्र से लक्षद्वीप तक फैली हुई है।
19 से बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ेगी मॉनसून
दक्षिण-पश्चिम मानसून के 19 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह में आगे बढ़ने की उम्मीद है।