चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। प्रदेश के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने सरकारी कॉलेजों के एक्सटेन्शन लैक्चरारों को 25000 रूपए प्रतिमाह वेतनमान देने का निर्णय लिया है। इन लैक्चरर को अब टीचिंग वर्कलोड भी यूनिवर्सिटी कैलेंडर / राज्य सरकार के मानदंड के अनुसार ही दिया जाएगा। प्रो. शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि एक्सटेन्शन लैक्चरारों को 25000 रूपए प्रति माह देने की लंबित मांग चली आ रही थी जिसको राज्य सरकार ने मान लिया है। उन्होंने बताया कि कालेज की जरूरतों के अनुसार प्रिंसिपल द्वारा एक्सटेन्शन लैक्चरारों को जो भी अन्य कार्यालयी जिम्मेवारी सौंपी जाएगी, वे भी उनको निभानी होंगी।
एक्सटेन्शन लैक्चरारों को 12 केजुअल लीव
उन्होंने जानकारी दी कि एक्सटेन्शन लैक्चरारों को टीचिंग के वर्कलोड अनुसार एक शैक्षणिक सत्र तक या जब तक नियमित एसिस्टैंट/एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति (स्थानांतरण होकर एसिस्टैंट/एसोसिएट प्रोफेसर नहीं आता) नहीं होती तब तक रखा जाएगा। इन एक्सटेन्शन लैक्चरारों को 12 केजुअल लीव अर्थात एक अवकाश प्रति माह भी दिया जाएगा। शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा जल्द ही उच्चतर शिक्षा विभाग में रिक्त पदों पर नियमित भर्ती की जाएगी। विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसलिए शैक्षणिक कार्य के लिए एक्सटेन्शन लैक्चरारों को नियमित नियुक्ति होने तक सरकारी कॉलेजों में रखा जा रहा है।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।