परीक्षा एक उत्सव
(सच कहूँ न्यूज) विद्यार्थी-जीवन में परीक्षाओं (Exam) का सामना करना बिलकुल आम बात है। इसके बावजूद, किसी भी परीक्षा के शुरू होने के कुछ घंटे पहले विद्यार्थियों में अलग ही भय, जिज्ञासा, कोतुहल होता है या कुछ छात्र बहुत घबराए रहते हैं। ऐसा लगता है आज भगवान कोई ऐसा स्कैनर देदे जिसकी सहायता से में विषय पुस्तक स्कैन कर दिमाग की मेमॉरी ड्राइव में सेव कर सकूँ और हो सके तो साथ में एक गूगल बाबा जैसा सर्च इंजन भी देदे जो परीक्षा में आए प्रश्नों को एक क्लिक पर निदान कर दे, उसको उत्तर पुस्तिका में उतार तो हम लेंगे ही…लेकिन यह सब परियों की कहानियों सा काल्पनिक है।
यह भी पढ़ें:– समय के साथ जानें कंप्यूटर का विकास | Computer Ka Itihas
हक़ीक़त इससे परे है, “कुछ छात्र परीक्षाओं के पहले पूरी रात सोते नहीं हैं..सपने में पेपर (Exam) ही पेपर नजर आता है कभी बड़ा आसान और कभी पेपर छूटता नज़र आता है”। कुछ विद्यार्थी तो जबरदस्त विषय विशेषज्ञ बने होते हैं उनका अपना ही एक अनुमानित पेपर होता है यह आएगा, यह नहीं आएगा, यह पिछले साल आ गया अब नहीं आएगा, इस बार न्यूज़ में यह विषय बड़ा चर्चा में रहा, तो निबंध का यह विषय पक्का होगा, और यदि उस बच्चे का एक भी अनुमानित प्रश्न पेपर में आ जाए तो रातों रात वो एग्जाम बाबा बन जाता है।
खैर यह सब तो इस समय को थोड़ा हल्का करने के लिए है, बच्चों कोई धातु यूँ ही सोना नहीं बन जाती उसको भट्टी में तेज ताप पर तपाया जाता है फिर हड्डी मॉस के मानव की तो विसात ही क्या, कितनी भी तैयारी कर रखी हो या पुस्तकों को स्कैन कर डाला हो, परीक्षा आते ही दिल की धड़कन बढ़ना स्वाभाविक ही है। मेरा मानना है, पेपर अच्छे होने का एक ही कारण है कि आपकी तैयारी अच्छी थी और आज का दिन आपका था, ख़राब होने का कारण कोई भी परिस्तिथि या अल्प तैयारी कुछ भी हो सकता है। इसलिए सिर्फ अपने लक्ष्य पर फोकस करें, वैसे भी गीता में लिखा है “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” अर्थात कर्म करना आपका अधिकार है उसके फलों के विषय में सोचना नहीं।
निम्नलिखित बातों का रखें ध्यान | (Exam)
- परीक्षा के लिए जरुरी तैयारी रात को कर के सोएं जैसे, स्कूल यूनिफार्म, स्टेशनरी, एडमिट कार्ड इत्यादि।
- परीक्षा के लिए जाने से पहले हल्का भोजन करें, खाली पेट तो बिलकुल न जाएँ।
- हो सके तो मोबाइल फ़ोन से दूरी बनाएं और जरुरत पड़ने पर ही इस्तेमाल करें।
- किसी बात को लेकर परेशान हैं तो बड़ों से बात करें , किसी विशेष टॉपिक को लेकर न परेशान हों।
- परीक्षा में दिए 15 मिनट के रीडिंग टाइम में को प्रश्न पत्र शांति से पढ़ने में लगाएं, पेपर करने कि जल्दी कतई न करें …क्यूंकि अक्सर पेपर पढ़ते समय कुछ प्रश्न नहीं आते लेकिन हमारा मस्तिष्क उन्हें लगातार खोजता रहता है और अक्सर परीक्षा के दौरान ही आपको उनका हल मिल जाता है। इसके विपरीत यदि आपने हल करते समय ही प्रश्न पढ़ा होता है तो कई बार उस प्रश्न का हल दिमाग में ऐसा फस जाता है जैसे कंप्यूटर में कोई फाइल हैंग हो जाती, परीक्षा हॉल से बाहर आकर ही दिमाग की बत्ती खुलती है।
- और आखिरी बात परीक्षा के बाद मूल्यांकन न करें ,यदि आपको लगता है कि आपने किसी एक उत्तर के लिए गलत उत्तर लिखा है, तो घबराए नहीं और उस प्रश्न का उत्तर तो बिल्कुल ना खोजें। उस समय आप कुछ भी नहीं कर पाएंगे और ना ही अपना स्कोर बदल पाएंगे। इससे बेहतर है कि आप अगले परीक्षा के लिए ध्यान केंद्रित करें ताकि उस गलती को दोहराने से बचा जा सके।
मुझे विश्वास है कि आपने परीक्षा के लिए अपनी पूरी तैयारी कर ली होगी,
और आप अपनी परीक्षा के लिए काफी उत्सुक भी होंगे,
आपको आपकी इस परीक्षा के ढेरों शुभकामनाएं !
स्मिता अग्रवाल, हिसार
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।