हरॉड रील.2018 के अन्तर्राष्ट्रीय लघु फिल्मोत्सव में पहली बार एक भारतीय युवा द्वारा निर्मित लघु फिल्म ईविल पेटिंग धूम मचा रही है। दुनियाभर से इस फिल्मोत्सव में प्रतिस्पर्धा के लिए 1500 से अधिक फिल्में शामिल हुई हैं, जिनमें से विश्वभर से वोटिंग के आधार पर किसी एक फिल्म का चयन किया जाना है और विजेता को पच्चीस हजार डॉलर कीमत के फिल्म मेकिंग उपकरण बतौर इनाम दिए जाएंगे। पिछले कुछ महीनों से इसके लिए वोटिंग का सिलसिला चल रहा है और दुनिया भर से कोई भी व्यक्ति इस प्रतिस्पर्धा में शामिल किसी भी लघु फिल्म के लिए पांच सितम्बर तक अपना वोट दे सकता है। इस फिल्मोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष दुनियाभर के नवोदित लघु फिल्म निमार्ताओं को प्रात्साहित करने के उद्देश्य से किया जाता है।
आस्ट्रेलिया की अग्रणी माइक्रोफोन कंपनी ष्रॉड द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली इस प्रतिस्पर्धा से जुड़ी सर्वाधिक दिलचस्प बात यह है कि हरियाणा के रोहतक शहर निवासी 24 वर्षीय युवा अक्षय राठी द्वारा निर्मित लघु फिल्म ईविल पेंटिंग पिछले कुछ सप्ताह से सभी प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ते हुए लगातार प्रथम स्थान पर विराजमान है। यह प्रतियोगिता वर्ष 2014 से प्रतिवर्ष नियमित आयोजित की जा रही है किन्तु इससे पहले किसी भी भारतीय द्वारा निर्माता लघु फिल्म को इतनी सफलता नसीब नहीं हुई। निमार्ता अक्षय राठी की फिल्म ईविल पेंटिंग एक युवा चित्रकार पर आधारित है। जो रात्रि के समय पेंटिंग बनाते हुए किसी भुतहा आत्मा के प्रभाव में आ जाता हैए जिससे भयभीत होकर वह उसे जला डालता है लेकिन उसके बावजूद वह आत्मा उसे लगातार परेशान करती रहती है। इस लघु फिल्म में अभिनय भी अक्षय ने स्वयं ही किया है।
रोहतक की एम.डी. यूनिवर्सिटी से होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में डिग्री प्राप्त अक्षय मूलत: चित्रकार हैंए जिन्हें बचपन से ही पेंटिंग बनाने का शौक रहा है। उनका अपना एक यू ट्यूब चैनल भी हैए जिस पर वह पिछले 6 वर्षों से विज्ञान पर आधारित रोचक और शिक्षाप्रद वीडियो बनाकर डाल रहे हैं और उनके इन वीडियोज की लोकप्रियता का आलम यह है कि उनके अभी तक बनाए गए करीब 150 वीडियोज को देश.विदेश में करीब एक करोड़ लोग देख चुके हैं। इसके अलावा वह लगभग एक दर्जन लघु फिल्मों का भी निर्माण कर चुके हैं।
निसंदेह यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है कि अक्षय की फिल्म ईविल पेंटिंग दुनिया भर की डेढ़ हजार से अधिक लघु फिल्मों को कड़ी टक्कर दे रही हैं। शुरूआती दौर में उनकी यह लघु फिल्म डेनियल यू वी द्वारा निर्देशित माय वियतनाम अमेरिकन फिल्म लास्ट सांग रशियन फिल्म न्यूज लाइफ ए इटालियन फिल्म जस्ट ए डेट ए रशियन फिल्म कैन आई स्मोक अमेरिकन फिल्म अवेकन से काफी पीछे चल रही थी किन्तु देशवासियों द्वारा वोट के रूप में स्नेह, सहयोग और सर्मथन के बलबूते पर लगातार कुछ सप्ताहों से इसने पहला स्थान बरकरार रखते हुए अपार लोकप्रियता हासिल की है। इस प्रतियोगिता में कोई भी भारतीय लघु फिल्म पहली बार इस मुकाम तक पहुंची है। अक्षय की इस उपलब्धि के लिए उन्हें महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति हरियाणा के सहकारिता मंत्री सहित कई हस्तियां पिछले दिनों सम्मानित भी चुकी हैं।
योगेश कुमार गोयल
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