30 दिनों का रूहानी सफर, बन गया यादगार
भगवान ने जो किया है वो उसकी रजा है, वो कर रहा है ये भी उसकी रजा है, वो करेगा ये भी उसकी रजा है। जो इस रजा को मानता है। तो करता था, करता है, करेगा सही, प्रभु भक्तों घबराना नहीं।
-पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां।
सरसा(सच कहूँ/विजय शर्मा)। सर्वधर्म संगत डेरा सच्चा सौदा के सवा 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के लिए ‘30 दिन’ कितने अनमोल रहे, इसका अंदाजा आप स्वयं ही उनके चेहरों की रौनक और होठों पर खिल-खिलाती मुस्कान को देखकर लगा सकते हैं। इन 30 दिनों का हर सेकेंड, हर पल पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने सिर्फ और सिर्फ अपने उन करोड़ों शिष्यों को समर्पित किया जो पिछले पांच सालों से उनके पावन दर्शनों की एक झलक पाने को तड़प रहे थे। इन तड़पती रूहों को जब पूज्य गुरु जी ने शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा से जब यू-ट्यूब के माध्यम से दर्शन दिये तो हर आंख से खुशी के आंसू बह रहे थे।
630 घंटे से ज्यादा समय साध-संगत के नाम महज 90 घंटे आराम
पूज्य गुरु जी ने अपने इन 30 दिनों के रूहानी सफर में बिना रूके, बिना थके अपना हर क्षण देश, समाज, मानवता व साध-संगत को समर्पित कर दिया। एक माह में पूज्य गुरु जी ने लाखों लोगों को गुरुमंत्र देना, स्वच्छ भारत अभियान को गति देना, घर-घर तिरंगा स्थापित करवाना, अनाथ मातृ-पितृ आश्रम बनवाना, मोबाइल टॉयलेटों का निर्माण करवाना, पशुओं के लिए रोटी निकालना, भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना, स्वास्थ्य सेहत के साथ खेल संबंधित टिप्स देना, पेड़-पौधों की संभाल और देश व दुनिया में भाईचारा व शांति के लिए दुआएं करने का कार्य किया है। पूज्य गुरु जी ने अपने 30 दिनों के रूहानी सफर में प्रतिदिन 24 घंटों में से 21 घंटे साध-संगत के नाम समर्पित किये जबकि अपने आराम के लिए केवल 3 घंटे रखे। अर्थात् 30 दिन के दौरान 630 घंटे लगातार देशहित व समाजहित कार्यांे को करने में लगा दिये जबकि 90 घंटे स्वयं को दे पाए।
मैंने आज तक ऐसा रूहानी माहौल कभी नहीं देखा, हम कहीं भी जाते हैं तो अकसर दु:ख, तकलीफ और दर्दभरा मंजर ही देखने कोे मिलता है, लेकिन शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा में मैंने जितने भी लोग देखे सबके चेहरों पर एक अनोखी खुशी है। ऐसा लग रहा है जैसे मानो स्वर्ग यहीं पर हो। इतना ही नहीं यहां महिलाएं अपने आप को इतना सुरक्षित महसूस कर रही है जैसे उसका पूरा परिवार साथ हो। यहां पर आने वाली साध-संगत का रिश्ता आपस में बहन-भाइयों जैसे हैं। साध-संगत का अनुशासन तो इतना सराहनीय है कि हमें कुछ कहने की जरूरत ही नहीं पड़ी।
-ओम प्रकाश, पुलिस इंस्पेक्टर, बागपत।
हर दिन दीवाली के जले दीप, होली की खुशियों के उड़े गुलाल, ईद सा चला बधाइयों का दौर
17 जून 2022 को पूज्य गुरु जी को 30 दिन की पैरोल मिलने के बाद शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, जिला बागपत (उत्तर प्रदेश) में पधारने की सूचना जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई देश-विदेश में करोड़ों श्रद्धालुओं में बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। पूज्य गुरु जी की पहली वीडियो जैसे ही जारी हुई साध-संगत पावन दर्शन पाकर निहाल हो गई।
डेरा सच्चा सौदा के सभी आश्रमों के साथ डेरा श्रद्धालुओं के घरों में देसी घी के दीप जगाए गये। रंगोलियां बनाई गई, जागों निकाली गई, मिठाइयां खिलाने का सिलसिला और ढोल की थाप पर जश्न का माहौल पूरे 30 दिन देखा गया। डेरा श्रद्धालुओं के उत्साह को देखकर ऐसा लगा जैसे पूज्य गुरु जी ही इनकी दीवाली, होली और ईद हों। ये सिलसिला लगातार जारी रहा। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक और पशु-पक्षियों से लेकर प्राकृतिक तक हर ओर खुशियों का आलम छाया रहा।
एक भजन ने मचाई संगीत जगत में धूम, अब 699 का बेसब्री से इंतजार
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां, जितने खूबसूरत हैं उतनी ही गुरु जी की आवाज भी अलौकिक है। पूज्य गुरु जी गाते भी खुद हंै, लिखते भी खुद हैं और संगीत भी खुद ही बनाते हैं। पूज्य संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने सुनारिया में 700 भजन लिखे हैं। इनमें में कुछ भजन साध-संगत की अपील पर पूज्य गुरु जी ने सुनाए हैं जो बेहद पंसन्द किये जा रहे हैं।
आपको बता दें कि पूज्य गुरु जी ने इन 700 भजनों में से एक भजन ‘‘पाप छुपा के, पुण्य दिखा के’’ लॉन्च भी किया। जो पूज्य गुरु जी ने स्वयं गाया है। इसके साथ ही संगीत व कंपोजिंग का सारा कार्य स्वयं पूज्य गुरु जी ने ही किया है। 17 जून को लॉन्च हुए इस गीत को मात्र तीन दिनों में 61 लाख, 75 हजार, 849 व्यूअर्स सुन चुके हैं और ये आंकड़ा लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि पूज्य गुरु जी के इससे पहले भी कई भजन लॉन्च हो चुके हैं, जो करोड़ों युवा पीढ़ी व आमजन के दिलों-दिमाग पर छाए हुए हैं।
लाखों को दिया गुरुमंत्र, छुड़वाया युवाओं का नशा व बुराइयां
देश व समाज को खोखला कर रहे नशों को खत्म करने के लिए पूज्य गुरु जी ने ‘आॅनलाईन गुरुकुल’ की शुरूआत की। पूज्य गुरु जी ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रतिदिन आॅनलाईन सत्संग कार्यक्रम के बाद गुरुमंत्र देकर लाखों युवाओं का नशा व बुराइयां छुड़वाई। जिसमें पंजाब, उतर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, नेपाल, दिल्ली सहित अन्य राज्यों व विदेशोें से भी बड़ी संख्या में नशों की दलदल में फंसे लोगों को नामदान देकर नशों से छुटकारा दिलाया। पूज्य गुरु जी ने अपने पावन आशीर्वाद व अनमोल वचनों के माध्यम से नशों की गिरफ्त से युवाओं को बाहर निकाला और देश का सम्मान करने व इंसानियत को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
पूज्य गुरु जी 22 जून 2022 को अपने इंस्टाग्राम एकाउंट के माध्यम से भी युवा पीढ़ी को नशों से दूर रहने का आह्वान किया था। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि आज के नौजवान व आमजन सोचते हैं कि हमें अगर गम दु:ख आया है तो नशा करने से वो गम दु:ख भाग जाएगा। ये आपका भ्रम है। नशा करने से आपको और परेशानियां आएंगी। नशा बर्बादी का घर है, जरा-सा लेना शुरू करते हैं आप, उसके गुलाम हो जाते हैं और फिर गुलाम क्या करता है जो नशा करवाता है वही, इसलिए कभी भी नशे के नजदीक ना जाओ।
दो शाही बेटियों व चार बेटों की करवाई शादी
शाह सतनाम जी बरनावा आश्रम में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां दो शाही बेटियों की शादियां करवाई। वहीं शाही आसरा आश्रम के चार नवयुवक ‘कुल का क्राउन’ के साथ विवाह बंधन में बंधे। इस शुभ अवसर पर शाही बेटी सुचेतना इन्सां सुपुत्री फोस्टर फादर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की शादी महक इन्सां सुपुत्र धर्मपाल इन्सां निवासी सरसा व शाही बेटी खुशबू इन्सां सुपुत्री फोस्टर फादर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की शादी अनमोल इन्सां सुपुत्र धर्मपाल इन्सां निवासी दोदा, मुक्तसर (पंजाब) के साथ हुई।
आपको बता दें कि ये वो ही बेटियां हैं, जिन्हें गर्भ में ही मार दिया जाना था या कूड़े के ढेर पर फैंका गया था, लेकिन पूज्य गुरु जी ने ऐसी 21 बेटियों को न केवल अपनाया बल्कि माँ-बाप की जगह खुद अपना नाम दिया। इसके साथ ही शाही आसरा आश्रम का भी निर्माण करवाया जहां 17 अनाथ बच्चों का पूज्य गुरु जी ने माँ-बाप की तरह पालन-पोषण किया।
एक ही बच्चे का संकल्प लेने का आह्वान
पूज्य गुरू जी ने विश्व जनसंख्या दिवस पर आमजन से तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए एक ही बच्चे का संकल्प लेने का आह्वान किया। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि आज इस धरा पर जनसंख्या की बाढ़ आ रही है। दिनोंदिन इस बाढ़ की वजह से बहुत कुछ बदलता जा रहा है। प्रकृति खत्म होती जा रही है और इन्सानियत खत्म होती जा रही है। जितने लोग ज्यादा हो रहे हैं धरती पर, उतने झगड़े बढ़ रहे हैं, टैंशनें बढ़ रही हैं, चिंताएं बढ़ रही हैं, बीमारियां बढ़ रही हैं। तो ये बहुत जरूरी है कि जनसंख्या को कंट्रोल किया जाए। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि एक बच्चा काफी है। उसे पढ़ाइये, लिखाइये, टैंशन फ्री रहेंगे आप, चिंता मुक्त रहेंगे।
‘‘इंस्टाग्राम पर 2 मिलियन से ज्यादा हुए फोलोवर्स
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचन और दिनचर्या से जुड़े वीडियो लोगों को इतने पसंद आ रहे हैं कि कुछ ही दिनों में पूज्य गुरु जी के इंस्टाग्राम अकाउंट saintdrmsginsan पर फॉलोअर्स का आंकड़ा 2 मिलियन (20 लाख) से ज्यादा को पार चुका और ये सिलसिला बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इस खुशी में आदरणीय साहिबजादी बहन हनीप्रीत इन्सां ने अपने इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की जानकारी और एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें पूज्य गुरु जी बहन को आशीर्वाद दे रहे हैं। इस पोस्ट को पूज्य गुरु जी ने भी अपने अकाउंट पर शेयर किया। पोस्ट में बहन हनीप्रीत इन्सां ने लिखा, ‘‘गुरु पापा को इंस्टाग्राम फैमिली 1 मिलियन होने पर बधाई। आपकी प्रेरणा और शिक्षाओं ने सम्मानजनक जीवन जीने के हमारे राह को रोशन किया है। हम करोड़ों लोगों को समय-समय पर मानवता भलाई कार्यों की प्रेरणा देकर इन्सानियत को जिंदा रखने के लिए हम हमेशा आपके ऋणी रहेंगे।’’
इंस्टाग्राम पर बेहद पंसद किया जा रहा पूज्य गुरु जी का ‘खेल अंदाज’
- 32 नेशनल और इंटरनेशनल गेम्स खेल चुके हैं पूज्य गुरु जी
अपने कीमती समय में से पूज्य गुरु जी प्रात: काल खेलों के लिए समय निकालते थे, पूज्य गुरु जी ने इंस्टाग्राम पर अपने अनोखे अंदाज में 29 जून को वालीबॉल व 4 जुलाई को बैडमिंटन खेलते हुए का एक वीडियो अप्लोड किया। इन विडियो को चंद मिनटों में ही लाखों लोगों ने पंसद ही नहीं किया बल्कि शेयर भी किया। इसके साथ ही अनगिनत कॉमेंट्स का सिलसिला तो अभी भी जारी है। पूज्य गुरु जी की दिनचर्या में खेल के मैदान में पसीना बहाना व खुद को फिट रखना शामिल रहा।
पूज्य गुरु जी ने अपने इन दोनों वीडियो के माध्यम से युवाओं को भी खेलों में आगे आने व सेहत को लेकर जागरूक किया है। आपको बता दें कि खेल जगत में पूज्य गुुरु जी की अपनी एक अलग पहचान है। एक, नहीं दो नहीं बल्कि 32 नेशनल और इंटरनेशनल गेम्स खेलकर पूज्य गुरु जी सबकों हैरतअंगेज कर देते हैं। खेल के मैदान में बड़े-बड़े धुरंधर पूज्य गुरु के आगे ज्यादा देर तक नहीं टीक पाते। पूज्य गुरु जी में ये खेल प्रतिभाएं बचपन से खेलते आ रहे हैं, क्रिकेट, कबड्डी, बैडमिंटन, तैराकी, फुटबाल, बास्केटबाल, निशानेबाजी व एथलैटिक्स की विभिन्न स्पर्धाओं में पूज्य गुरु जी ने भाग लिया है।
पेड़-पौधों की संभाल व पशुओं पर लुटाया प्रेम
आॅनलाईन साध-संगत को दर्शन देना, सत्संग व नामदान, खेल के बाद पूज्य गुरु जी घंटों बागवानी, पेड़-पौधों की संभाल करना व पशु-पक्षियों पर अपना स्रेह और दुलार लुटाना नहीं भूलते। पूज्य गुरु जी ने 8 जुलाई को इंस्टाग्राम पर एक नया वीडियो अपलोड किया, जिसमें पूज्य गुरु जी एक Heyou नामक डॉगी को भरपूर प्यार सहित बर्फी का प्रसाद खिलाया।
इसके साथ ही एक अन्य वीडियो में गौ-माता को अपने कर कमलों से रोटी खिलाते व हाथ फेरकर दुलार करते नजर आए।
वहीं 5 जुलाई को पूज्य गुरु जी घोड़ी को चारा खिलाते नजर आए। आपको बता दें कि पूज्य गुरु जी के दिल में पशु-पक्षियों और जीव-जंतुओं के लिए भी अथाह प्रेम हैं।
पूज्य गुरु जी के एक आह्वान पर करोड़ों अनुयायी अपनी छतों व घर के बाहर पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करके रखते हैं। गौ-रक्षा के लिए भी पूज्य जी ने अपनी कॉमेडी फिल्म ‘जट्टू इंजीनियर’ की सक्सेस पार्टी में ‘काऊ मिल्क पार्टी’ कर गाय बचाने का संदेश दिया है।
तीन नये मानवता भलाई कार्यों की शुरूआत, आंकड़ा 142 पहुंचा
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने मानवता भलाई कार्यों को आगे बढ़ाते हुए बेजुबान जीव-जन्तु व पशु पक्षियों के लिए प्रतिदिन भोजन से एक ‘रोटी’ निकालकर खिलाने की मुहिम का आगाज किया। इसके साथ ही गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर पूज्य गुरु जी ने दो नए मानवता भलाई कार्यों की शुरूआत की। जिसमें पूज्य गुरु जी के आह्वान पर सााध-संगत ने अपने घरों पर राष्टÑीय ध्वज ‘तिरंगा’ स्थापित करने की शपथ ली। वह देश में स्वच्छ भारत मुहिम को गति देने के लिए हाइवे और बड़े शहरों में मोबाइल टॉयलेट का प्रबंध करने का प्रण लिया। इसके साथ ही मानवता भलाई कार्यों की संख्या 142 पहुंच गई। आपको बता दें कि जो मोबाइल टॉयलेट साध-संगत द्वारा रखें जाएंगे उसका डिजाईन भी पूज्य गुरु जी ने स्वयं तैयार कर दिया है।
गुरु पूर्णिमा पर 264 स्थानों पर हुआ पूज्य गुरु जी का लाइव प्रसारण
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर पूज्य गुरु जी ने अपने करोड़ों शिष्यों को दर्शन देते हुए 264 स्थानों पर लाइव प्रसारण किया। ये प्रसारण देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेशों में बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रिनों पर किया गया। लाइव प्रसारण के दौरान सांस्कृति कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जिसमें हरियाणा-राजस्थान की संस्कृति देखने को मिली। इस दौरान पूज्य गुरु जी ने दो मानवता भलाई के कार्यों की भी शुरूआत की। साध-संगत ने प्रण किया कि हमें अपने देश हिन्दुस्तान पर गर्व है। गुरु पूर्णिमा के दिन पूज्य गुरु जी द्वारा दिखाए देशभक्ति के रास्ते पर चलते हुए डेरा श्रद्धालुओं ने ‘तिरंगे’ की आन, बान और शान को हमेशा ऊँचा रखेंगे व देश की संस्कृति को बचाएंगे का संकल्प लिया।
लाइव रूहानी रूबरू प्रोग्राम
पूज्य गुरु जी, आदरणीय साहिबजादी बहन हनीप्रीत इन्सां के साथ अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर करोड़ों साध-संगत से लाइव रूहानी रूबरू हुए। लाइव रूहानी रूबरू प्रोग्राम के दौरान रूहानी बहन हनीप्रीत इन्सां ने साध-संगत द्वारा भेजे गए सवालों को पढ़ा, जिनका पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने एक के बाद एक जवाब देकर साध-संगत की जिज्ञासा को शांत किया।
देशभर व विदेशों से लाखों में पहुंचे बधाई कार्ड
विश्व भर में करोड़ों श्रद्धालु का पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के प्रति कितना प्रेम व दृढ़ विश्वास है इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं गत दिनों गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लाखों की तादाद में बधाई संदेश व ग्रीटिंग कार्ड भेजे गए। जिसमें डेरा श्रद्धालुओं ने गुरु चरणों को नमन् करते हुए हमेशा देश प्रेम व इंसानियत के मार्ग पर आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद मांगा। डेरा श्रद्धालुओं ने ये सुंदर-सुंदर ग्रीटिंग कार्ड स्वयं अपने हाथों से तैयार किये थे।
ममता ज्ञान खूब लुटाया, दिये ऐसे हमको संस्कार,
पशु-पक्षियों से प्रेम करना सिखाया,
बुजुर्गों का किया उद्धार।।
ऐसे हैं हमारे पूज्य संत डॉ. एमएसजी दातार।
‘आॅनलाइन गुरुकुल’ दिखाई, लुटाया प्यार बेशुमार
एक बूंद नहीं, अब खुशियों का समुद्र देंगे, ये वचन सुन हम धन्य हो गए सतगुरु जी दातार,
ऐसे हैं हमारे पूज्य संत डॉ. एमएसजी दातार।
लाखों का छुड़ाया नशा, मानवता भलाई को दी रफ्तार
तिरंगा लगाएंगे, स्वच्छता को बढ़ाएंगे,
संकल्प कर रहे सेवादार
ऐसे हैं हमारे पूज्य संत डॉ. एमएसजी दातार।’’
-विजय शर्मा
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