सीवन के छात्र छात्राओ को आज भी उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है दूसरे शहरों में

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Kaithal सीवन के छात्र छात्राओ को आज भी उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है दूसरे शहरों में

कैथल, सच कहूं/कुलदीप नैन। गुहला हल्के में लड़ने वाले सबसे बड़ा नगर सीवन शिक्षा के मामले में अनदेखी का शिकार  हो रहा है। सीवन में एक भी कॉलेज नहीं है जहां छात्र छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण कर सके। गुहला-चीका से यूं तो कई बड़े विधायक बन चुके है लेकिन किसी भी विधायक ने सीवन की वर्षों पुरानी मांग को पूरा नहीं करवाया।

इसी कारण छात्र छात्राएं आज भी सीवन से दूर गुहला-चीका, कैथल सहित अन्य बड़े शहरों में जाने को मजबूर है। प्रतिदिन सुबह सवेरे सीवन बस स्टैंड पर पढ़ने वाले बच्चों का हुजूम देखा जा सकता है। दूसरे शहरों में जाने से छात्र-छात्राओं का समय तो खराब होता ही है, साथ में छात्र-छात्राओं पर आर्थिक बोझ भी पड़ता है।

गौरतलब है कि सीवन नगर में कॉलेज न होने के कारण कई गरीब माता-पिता अपने बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए सीवन नगर से बाहर नहीं भेज पाते और उनकी पढ़ाई का जो सपना होता है वह अधूरा रह जाता है। इनमें अधिकतर संख्या लड़कियों की होती है। नगर में कॉलेज न होने के कारण अधिकतर लड़कियों की शिक्षा अधूरी रह जाती है। वह 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए नगर से बाहर नहीं जा पाती हैं।

बसों में की संख्या कम होने के चलते सफर करना मुश्किल

सुबह सुबह बस स्टैंड पर खड़ी छात्राओं ने कहा कि विद्यार्थियों व अन्य यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण बसों में सफर करना बहुत मुश्किल होता है। सुबह के समय ही विद्यार्थियों को स्कूल कालेजों के लिए जाना पड़ता है और उसके साथ अन्य लोगों को भी अपने अपने काम के लिए भी सुबह ही निकलना होता है। ऐसे में बसों की संख्या कम होने और यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण समस्या बढ़ जाती है। सरकार व प्रशासन को चाहिए कि सुबह के समय बसों की संख्या बढ़ाए ताकि आमजन सहित विद्यार्थियों को कोई परेशानी न हो।

बस के इंतजार में खड़ी में छात्रा कोमल ने बताया कि बहुत बार बसों में भीड़भाड़ होने के कारण छात्र छात्राओं को अगली बस का इंतजार भी करना पड़ता है जिससे उन्हें कालेज पहुंचने में देरी भी हो जाती है और उनकी शिक्षा का नुकसान भी होता है। यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण उन्हें भीड़-भाड़ में ही बसों में खड़े होकर सफर करना पड़ता है, जिस कारण उन्हें बसों में हजारों परेशानियों से गुजरना पड़ता है।

इस बारे में हलका विधायक देवेंद्र हंस ने कहा कि यह सच्चाई है कि हल्के का सबसे बड़ा गांव होने के बावजूद यहां सुविधाओं का अभाव है। मैं अपने कार्यकाल में सीवन में कॉलेज बनवाने सहित हलका गुहला की अन्य सभी समस्याओं को जोर-शोर से उठाऊंगा। सरकार से इन्हें पूरा करवाने का पुरजोर प्रयास किया जाएगा।

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