बर्लिन। जर्मनी सरकार का मानना है कि समस्त यूरोप परमाणु शक्ति को लेकर भविष्य में भी अमेरिका पर निर्भर पूरी तरह है और यदि उसे आत्मनिर्भर होना है तो उन्हें अपना सैन्य बजट दोगुना करना होगा। जर्मन रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ सदस्य थॉमस सिल्बरहॉर्न ने मंगलवार को ‘फ्रेंड्स ऑफ यूरोप’ थिंक टैंक द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन सम्मेलन में कहा, “यूरोप अमेरिका द्वारा प्रदान की जाने वाली परमाणु और पारंपरिक क्षमताओं पर भविष्य में भी निर्भर रहेगा और अगर हमें आत्मनिर्भर होना है तो हमें पूरी तरह से अलग आधार पर चर्चा करनी होगी जिसके लिए रक्षा बजट को बढ़ाना होगा।”
उन्होंने कहा, “हमें अपने जीडीपी के बारे में केवल 2 प्रतिशत ही नहीं बल्कि बहुत अधिक प्रतिशत के बारे में बात करनी होगी। मुझे लगता है कि हमें यथार्थवादी बने रहना चाहिए।” गौरतलब है कि नाटो के यूरोपीय देशों और कनाडा ने सैन्य खर्च में वर्ष 2020 में लगातार छठी बार वृद्धि की है और अक्टूबर में जारी एक नाटो रिपोर्ट के अनुसार नाटो से जुड़े एक तिहाई सदस्य देशों का रक्षा बजट दो प्रतिशत बेंचमार्क तक पहुंच गया है। जर्मनी ने हालांकि अपनी सेना पर सकल घरेलू उत्पाद का केवल 1.57 प्रतिशत खर्च करना जारी रखा है।
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