पेरिस (एजेंसी)। अंतरिक्ष प्रमुख इस बात की जांच करने में (ESA) जुटे हुए है कि क्या अंतरिक्ष से लाखों घरों को बिजली उपलब्ध करायी जा सकती है। यह जानकारी बीबीसी ने मंगलवार को दी। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी मंगलवार को पेरिस मुख्यालय में इस पर विचार करेगी। जिसका मुख्य उद्देश्य विशाल उपग्रहों में कक्षा स्थापित करना और प्रत्येक उपग्रह एक पावर स्टेशन की तरह बिजली उत्पन्न करने में सक्षम हो। इसके लिए तीन साल के अध्ययन को मंजूरी दी जा सकती है कि क्या अंतरिक्ष में विशाल सौर फार्म काम कर सकते हैं और जिसे प्रभावी लगात से प्राप्त की जा सके।
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क्या है मामला: | ESA
ईएसए के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने कहा उनका मानना है कि भविष्य में ऊर्जा की कमी को पूरा करने के लिए अंतरिक्ष से सौर ऊर्जा बहुत मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें कार्बन तटस्थ अर्थव्यवस्थाओं को बदलने की जरुरत है और इसलिए हम ऊर्जा का उत्पादन के तरीकों परिवर्तन करना चाहते हैं और विशेष रूप से हम ऊर्जा उत्पादन के जीवाश्म ईंधन वाले हिस्से को कम करें। बीबीसी ने कहा कि ईएसए अपने सदस्य देशों से एक शोध कार्यक्रम के लिए फंड की मांग कर रहा है, जिसे सोलारिस कहा जाता है, जिसमें पता लगाया जाएगा कि क्या अंतरिक्ष आधारित सौर ऊर्जा को विश्वसनीय रूप से और प्रभावी लागत के तरीके से विकसित करना संभव है। यह कार्यक्रम पेरिस में ईएसए की बैठक में अनुसंधान पर विचार किए जाने वाले कई प्रस्तावों में से एक है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण, पर्यावरण निगरानी और संचार के लिए अंतरिक्ष एजेंसी की योजनाओं के अगले चरण के लिए बजट निर्धारित करेगा।
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