नई दिल्ली (एजेंसी)। कम से कम 7,500 रुपये मासिक पेंशन और अंतरिम राहत के रूप में 5000 रुपये महंगाई भत्ते की मांग को लेकर कर्मचारी पेंशन योजना 1995 – ईपीएस EPS-95 के पेंशनधारक बुधवार को देश भर में सेंट्रल बोर्ड आॅफ ट्रस्टीज (सीबीटी) में कामगारों के प्रतिनिधियों के घर और आॅफिस के सामने धरना देंगे।
निवृत्त कर्मचारी समन्वय एवं लोक कल्याण संस्था ने आज यहां बताया कि सेंट्रल बोर्ड आॅफ ट्रस्टीज में 44 सदस्य हैं, जिसमें 10 कामगारों के प्रतिनिधि हैं। ईपीएस पेंशनधारक बुधवार को इन्हीं कामगारों के प्रतिनिधियों के घर के बाहर धरना देंगे और उनसे अपनी मांग सरकारी अधिकारियों के समक्ष उठाने के लिए जोर देंगे।
ईपीएफ राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत का कहना है कि अगर प्रतिनिधि सीबीटी के सदस्य होकर कर्मचारियों की आवाज नहीं उठा सकते तो उनको इसमें रहने का कोई अधिकार नहीं है। देश भर में कामगारों के प्रतिनिधि माने जाने वाले 10 सीबीटी के सदस्यों के घर हैदराबाद, नयी दिल्ली, विशाखापटनम, जलगांव (महाराष्ट्र), लखनऊ, चंडीगढ़ और कोलकाता में हैं।
सीबीटी के जिन सदस्यों के घर और कार्यालय के सामने धरना देने की ?ोजना बनाई गई है, उनमें सर्वश्री जी. संजीवा रेड्डी, वृजेश उपाध्याय, एम. जगदीश्वर राव, प्रभाकर जी. बाणासुरे, अशोक सिंह, एडी नागपाल, ए. के. पदमनाभन, शंकर साहा और रमन पांडे शामिल है।
राउत का कहना है कि केंद्र के पास पेंशन कोष में चार लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि जमा हैं, जिस पर सरकार ब्याज कमा रही है, लेकिन कर्मचारियों को उनका हक नहीं मिल रहा है। ईपीएस-95 EPS-95 में हर महीने इसके सदस्यों को कम से कम 200 से एक हजार रुपये महीने पेंशन मिलती है।
इसमें 60 लाख पेंशनधारक है, जिसमें से करीब 40 लाख सदस्यों को हर महीने 1500 रुपये से कम पेंशन मिल रही है और अन्य कर्मचारियों को दो हजार रुपये से ढाई हजार रुपये मासिक पेंशन मिल रही है।
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