नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कोरोना महामारी और लॉक डाउन के बावजूद चालू वित्त वर्ष में 94.41 लाख भविष्य निधि दावों का निपटान किया है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने मंगलवार को यहां बताया कि एक अप्रैल से लेकर 31 अगस्त तक ईपीएफओ ने भविष्य निधि से अंश धारकों को 35 हजार 445 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। ईपीएफओ ने इस अवधि में पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 32 प्रतिशत अधिक दावों का निपटारा किया है। राशि के संदर्भ में इसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान अंशधारकों की मदद करने के लिए भविष्य निधि से विशेष निकासी के प्रावधान किए थे। एक अप्रैल से 31 अगस्त तक की अवधि में निपटाए गए 55 प्रतिशत दावे इसी से संबंधित थे। दावों का निपटान तेजी से किया गया और कुछ दावे तीन दिन के भीतर निपटा दिए गए। इसके लिए ईपीएफओ ने विशेष उपाय किए थे। आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अभी तक भविष्य निधि की आंशिक निकासी में 212 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई है, हालांकि इसी अवधि में भविष्य निधि की अंतिम निकासी के दावों में 35 प्रतिशत की गिरावट आई है।
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