चंडीगढ़ l हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि पंड़ित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के मूल मंत्र पर चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान की जो परिकल्पना की थी, वह अब मूर्तरूप लेने लगी है ।
खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्वजनिक मंच पर हरियाणा की कईं योजनाओं की तारीफ कर चुके हैं, वहीं दूसरी ओर गुरुवार को गुरुग्राम पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी इस पर मुहर लगा दी। उन्होंने कहा कि जनभावनाओं को सम्मान देते हुए सही मायने में अंत्योदय पर काम किया गया है। परिवार पहचान पत्र, मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना, म्हारा गांव-जगमग गांव योजना, हर घर-नल से जल आदि योजनाओं के माध्यम से अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि लोग ऊपर से नीचे तक बदलाव करने की बात करते हैं लेकिन हमने बदलाव की शुरूआत नीचे से की है। समर्थ हरियाणा बनाना उनका पहला लक्ष्य है ताकि पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति का भला हो सके। प्रदेश में सबसे पहले सबसे गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत एक लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले लगभग 2 लाख 49 हजार परिवारों की पहचान की गई।
मुख्यमंत्री (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि सरकार को एक-एक व्यक्ति ही नहीं बल्कि एक-एक परिवार की चिंता है क्योंकि यहां व्यक्ति एक ईकाई नहीं बल्कि परिवार को एक ईकाई मानते हुए परिवार पहचान पत्र की योजना शुरू की गई है। यह आधार कार्ड के बाद सत्यापित डाटा का सबसे सटीक दस्तावेज होगा।
परिवार को सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ घर बैठे ही मिले और उन्हें दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़े, इसके लिए सभी परिवारों का परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) बनाया जा रहा है। इसके पोर्टल पर अब तक लगभग 72 लाख 37 हजार से अधिक परिवारों का पंजीकरण हो चुका है, जिससे राज्य की 2 करोड़ 75 लाख से अधिक आबादी कवर हो जाती है। अब तक 82 प्रतिशत से अधिक परिवारों का डाटा सत्यापित हो चुका है। सभी योजनाओं व सेवाओं को पीपीपी पोर्टल के साथ जोड़ा जा रहा है।
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