- भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा दिल्ली में आयोजित समारोह में किया गया सम्मानित
- पुरस्कार में शील्ड, प्रशस्ति -पत्र व शाल उढ़ाकर किया गया सम्मानित
उकलाना।(सच कहूँ/कुलदीप स्वतंत्र) भारतीय दलित साहित्य अकादमी का दो दिवसीय 38वां राष्ट्रीय दलित साहित्यकार सम्मेलन 11 -12 दिसम्बर 2022 को पंचशील आश्रम झड़ौदा (बुराड़ी बाई पास ) आउटर रिंग रोड दिल्ली में आयोजीत किया गया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस राष्ट्रीय महासम्मेलन में भारत देश के अलावा, इटली,नेपाल, यू ए ई, इंग्लैण्ड, अमेरिका, मॉरीशस आदि विदेशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सोहनपाल सुमनाक्षर की अध्यक्षता में दलितोत्थान में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को देश विदेशों के समाजसेवीयो, नेताओ,अधिकारियों, कर्मचारियों को उनके क्षेत्र विशेष में किये गए उत्कृष्ट कार्यो के लिए अलग अलग राष्ट्रीय अवार्डों से सम्मानित किया गया।
यह भी पढ़ें:– बेटे की शादी में दहेज के रूप में उठाया केवल एक रुपया व नारियल
वही देश भर से महानुभावों ने इस दलित साहित्यकार सम्मेलन में विभिन्न राजनीतिक दलों के राजनेता भाग लेकर दलितों की दशा व दिशा पर अपने विचार विमर्श हुआ। सम्मेलन में पूर्व यूनियन मंत्री-सामाजिक न्याय इम्पावरमेंट मंत्री डॉ सत्यनारायण जटिया व भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन माननीय रमेशचंद्र रत्न, बतौर मुख्य अतिथि पधारे। बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के संघ कार्य करनेवाले वयोवृद्ध वरिष्ठ नेता मा. संघप्रिय गौतम पूर्व यूनियन मन्त्री भारत सरकार, विशिष्ट अतिथि मा. बबनराव गोलप्प पूर्व सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता मन्त्री महाराष्ट्र सरकार , आचार्य रतनलाल सोनाग्रा एंव राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सोहनपाल सुमनाक्षर ने की अध्यक्षता में संम्पन्न हुआ।
दलितोत्थान के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने के लिये किया गया सम्मानित
प्रदेशाध्यक्ष डॉ सुरेन्द्र सेलवाल ने बताया कि इस बार हरियाणा प्रदेश में राज्य स्तर पर दलित पिछड़ों व गरीबों के हित मे असाधारण व अभिनव कार्यो के उत्कृष्ट योगदान के लिये डॉ रेणु डिप्टी सेक्रेटरी हरियाणा बिल्डिंग एन्ड अदर कन्स ड्रेकसन वर्कर समाजकल्याण बोर्ड पंचकूला को “डॉ अम्बेडकर महामहिम सेवा राष्ट्रीय पुरस्कार “, से नवाजा गया। डॉ रेणु को यह पुरस्कार मुख्य अतिथि माननीय एडवोकेट रमेशचंद्र रत्न जी चेयरमैन रेलवे बोर्ड व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सोहनपाल सुमनाक्षर के कर कमलों से दिया गया।
इसके अतिरिक्त दलितोत्थान के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने के लिये हरियाणा के शिक्षाविद डॉ सुरेन्द्र कुमार सेलवाल को बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के सामाजिक समता, न्याय और बन्धुता के मिशन को आगे बढ़ाने के लिये “डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार 2021” से नवाजा गया।
संसद में न्यायिक आयोग गठन के लिए अध्यादेश लाया जाए
पुरस्कार में शील्ड, प्रशस्ति -पत्र व शाल उढ़ाकर सम्मानित किया गया। सम्मेलन में डॉ सुरेन्द्र सेलवाल ने संघ लोक सेवा आयोग की तरह, न्यायालयों में न्यायाधीशों को नियुक्तियों के लिए भारतीय न्यायायिक आयोग गठन की आवश्यकता क्यों और कैसे पर महत्वपूर्ण व्यक्तव्य दिया। जिसका करतल ध्वनियों से स्वागत किया गया। डॉ सेलवाल ने आह्वान किया कि अब समय आ गया है, जब संसद में न्यायिक आयोग गठन के लिए अध्यादेश लाया जाए।
सम्मेलन में सांसद हेमंत गोडसे, पूर्व मंत्री संघ प्रिय गौतम, माननीय बबन राव गोलप पूर्व सामाजिक न्याय मन्त्री महाराष्ट्र, डॉ केसरी वर्मा वाइस चांसलर रविशंकर शुक्ला विश्विद्यालय रायपुर, वाइस चांसलर डॉ रमेशचन्द्र, आचार्य रत्नलाल सोनागरे, राष्ट्रीय महासचिव जय सुमनाक्षर, यू पी की अध्यक्ष डॉ लालती देवी, राजस्थान से प्रदेशाध्यक्ष, महामंडलेश्वर स्वामी आत्माराम उपाध्याय, पंजाब से तीर्थ तोंगरिया, जम्मु कश्मीर से (पूर्व राज्यपाल बाबु परमानंद के पी ए रहे) सचिव डॉ विजयभगत, कर्नाटक से सुभाष कनार्डे, लखनऊ यूनिवर्सिटी के डॉ कालीचरण स्नेही , महासचिव अमन डीगवाल, राजेन्द्र पंजाब, राजेन्द्र छोक्कर पलवल व देश विदेश से विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े अनेक अधिकारी शिक्षक,प्राध्यापक,नेता,कर्मचारी,बुद्धिजीवियों सहित बड़ी संख्या में देशभर के विभिन्न हिस्सों से सामाजिक कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित थे।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।