साक्षर मिशन में नियुक्त लगभग 5100 शिक्षा प्रेरकों को किया सेवा मुक्त
- सेवामुक्त किए जाने के विरोध में की नारेबाजी
- कल करेंगे लघु सचिवालय का घेराव
भिवानी, (सच कहूँ न्यूज)। एक तरफ हरियाणा सरकार बेरोजगार को रोजगार देने की बातें कर रही है, वहीं इसके दूसरी तरफ साक्षर भारत मिशन में नियुक्त लगभग 51 सौ शिक्षा प्रेरकों को हरियाणा सरकार ने सेवा से मुक्त कर दिया है। अकेले भिवानी जिले से लगभग 840 प्रेरक हैं। रोष स्वरूप प्रेरकों ने बुधवार को स्थानीय नेहरू पार्क में एकत्रित होकर सरकार के प्रति नारेबाजी की।
बाद में शहर के बीचो-बीच होते हुए भिवानी लघु सचिवालय पहुंचकर तहसीलदार की मार्फ त मुख्यमंत्री को सेवा बहाली का ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने उनकी मांग पर संज्ञान नहीं लिया तो वे 9 जून लघु सचिवालय का घेराव करेंगे।
इस मौके पर प्रेरक संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष भगवत कौशिक ने बताया कि सरकार ने अपनी मनमानी एवं तानाशाही रवैये को अपनाते हुए हरियाणा के लगभग 5100 शिक्षा प्रेरकों को सेवा से मुक्त कर दिया है। इन अधिकारियों ने यह निर्णय लेते हुए सरकार के किसी प्रतिनिधि से भी बात करना उचित नहीं समझा एवं प्रेरकों को कोई नोटिस भी नहीं दिया गया।
बजट की कमी का तर्क दिया गया
शिक्षा प्रेरकों को हटाने के पीछे अधिकारियों द्वारा बजट की कमी का तर्क दिया गया, जबकि वास्तविकता यह है कि मानव संशाधन मंत्रालय द्वारा प्रोढ़ शिक्षा का बजट 2017-18 के लिए 926 करोड़ रूपए किया गया। 5 वर्षों तक सरकार की स्कीमों साक्षर भारत मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, कैशलैश आदि में प्रेरकों द्वारा सराहनीय योगदान देने के बावजूद इन शिक्षा प्रेरकों को बदले में घर का रास्ता दिखाया गया।
उन्होंने मुख्यमंत्री को सौंपे मांगपत्र के माध्यम से चेताया कि अगर सरकार ने उनकी मांग को पूरा नहीं किया तो वे मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। इस अवसर पर जंगबीर, विनोद, रमेश मखीजा, सुरेश, धर्मेंद्र, डा. मोहन, प्रमिला, सरोज, महिमा, सुमन, संजय, योगेश, जयबीर सहित अनेक प्रेरक मौजूद थे।
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