नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। मनी लॉड्रिंग के मामलों की जांच करने वाली केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड मामले में दूसरे दिन दो सत्रों में करीब छह घंटे तक पूछताछ की। अब तक ईडी ने तीन दिनों में 11 घंटे की पूछताछ है। श्रीमती गांधी मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे ईडी मुख्यालय पहुंची थी, उनके साथ उस समय पुत्र एवं सांसद राहुल गांधी और पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं। गांधी उन्हें छोड़कर तुरंत वापस हो गये थे। पहले सत्र में श्रीमती गांधी ढाई घंटे से अधिक समय तक ईडी कार्यालय में रहीं और वहां से अपराह्न दो बजे भोजन के लिए अपने आवास के लिए निकली।
दोबारा वह साढ़े तीन बजे ईडी कार्यालय पहुंची। ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध के बीच श्रीमती गांधी सुबह एजेंसी के समन पर बयान देने के लिए एजेंसी कार्यालय पहुंची थी। इससे पहले ईडी ने श्रीमती गांधी से 21 जुलाई को लगभग साढ़े तीन घंटे तक पूछ-ताछ की थी। ईडी ने भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर की गई 2013 की याचिका पर एक निचली अदालत के आदेश के आधार पर इस मामले की जांच शुरू की है। अदालत ने आयकर विभाग को नेशनल हेराल्ड अखबार के मामलों की जांच करने और श्रीमती गांधी और गांधी का कर निर्धारण करने की अनुमति दी थी।
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के सांसद हिरासत में लिए गए
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय-ईडी के समक्ष पेशी के विरोध में कांग्रेसी सांसदों तथा नेताओं ने बुधवार को भी यहां प्रदर्शन किया जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि पार्टी के सांसद और नेता शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस उन्हें बसों में बिठाकर कहां ले गई है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए सवाल किया,‘सिलेंडर 1053 रुपए का क्यों। दही-अनाज पर जीएसटी क्यों?सरसों का तेल 200 रुपए क्यों। महंगाई और बेरोजगारी पर सवाल पूछने के अपराध में ‘राजा’ ने 57 संसदों को गिरफ़्तार और 23 संसदों को निलंबित किया। राजा को लोकतंत्र के मंदिर में सवाल से डर लगता है, पर तानाशाहों से लड़ना हमें बखूबी आता है।”
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार प्रतिशोध की राजनीति का खुलेआम प्रदर्शन कर रही है और अधिकारों की बात करने तथा सरकार की नीति पर सवाल उठाने वालों की आवाज दबाने का काम कर रही है। रमेश ने प्रदर्शकारी सांसदों को हिरासत में लेने की जानकारी देते हुए कहा, “तीसरे दिन, विजय चौक पर कानून का पालन करते हुए और शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों को भगवान जाने (और प्रधानमंत्री, गृह मंत्री जाने) कहां ले जाया जा रहा है। ऐसा करके भारत में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।”
भाजपा ने क्या कहा…
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संवित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तथाकथित सत्याग्रह के नाम पर हर जगह यातायात रोकने का प्रयास कर रही है, उन्होंने सवाल किया कि क्या श्रीमती गांधी से पूछताछ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विरोध नहीं बल्कि इकबाल करने की जरूरत है कि किस प्रकार से यंग इंडिया कंपनी के माध्यम से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और गांधी ने यह गबन किया।
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