नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। नेशनल हेराल्ड मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को दिल्ली स्थित हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन कंपनी के कार्यालय को सील कर दिया। इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के यहां 10 जनपथ आवास पर पुलिस बंदोबस्त बढ़ा दिया गया है। धन शोधन निवारक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आने वाले मामलों की जांच करने वाली ईडी ने बीते दो दिनों में नेशनल हेराल्ड के देश भर में विभिन्न ठिकानों पर तलाशी ली थी। इसके विरोध में कांग्रेस के कार्यकतार्ओं ने नयी दिल्ली में बहादुरशाह मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस पर प्रदर्शन किया था। इन प्रदर्शनों के बाद एजेंसी ने इस भवन में यंग इंडियन कंपनी के कार्यालय को अस्थाई रूप से सील कर दिया।
नेशनल हेराल्ड और उसके अनुषंगी प्रकाशनों का स्वामित्व इसी कंपनी के अधीन है। दस जनपथ पर शाम को पुलिस बंदोबस्त बढ़ाये जाने के कुछ ही देर में पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खडगे, सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह, पी चिदंबरम, अभिषेक मनु सिंघवी और कुछ अन्य वरिष्ठ नेता कांग्रेस के मुख्यालय 24, अकबर रोड पहुंच गये। कांग्रेस मुख्यालय श्रीमती गांधी के आवास से सटा हुआ है।
सोनिया गांधी के आवास पर बढ़ाई सुरक्षा
हेराल्ड हाउस को सील करने के बाद ईडी ने हिदायत दी है कि उसकी अनुमति के बगैर यंग इंडियन के कार्यालय को नहीं खोला जा सकता है।नेशनल हेराल्ड मनी लॉड्रिंग मामले में श्रीमती गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से कई दौर की पूछताछ कर चुका है। यंग इंडियन कंपनी में श्रीमती गांधी के 38 प्रतिशत शेयर हैं और श्री गांधी के भी इसमें 38 फीसदी शेयर हैं। इस कंपनी के माध्यम से नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र समूह का परिचालन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल्स लि (एजेएल) का अधिग्रहण किया था। इस कंपनी के अन्य शेयर धारकों में कांग्रेस नेता मोती लाल बोरा और आॅस्कर फनार्डीज भी थे।कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता जयराम रमेश ने इस बीच ट्वीट किया, ‘पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास को घेर लिया है। यह बदले की राजनीति है।
इससे पहले राज्य सभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने श्रीमती गांधी और गांधी के आवासों की पुलिस घेराबंदी का मामला उठाने का प्रयास किया। डोपिंग रोधी विधेयक पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के जवाब के दौरान उन्होंने यह मामला उठाने का प्रयास किया लेकिन उप सभापति हरिवंश ने इसकी अनुमति नहीं दी। सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि कानूनी एजेंसियां अपना काम कर रही हैं, सरकार उनके काम में हस्तक्षेप नहीं करती। इस पर कांग्रेस के सदस्य सदन से उठकर चले गये।