कोलकाता (एजेंसी)। ममता सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को अभी और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ईडी ने अर्पिता मुखर्जी की तीन और कंपनियों पर भी पूछताछ हो सकती है। दरअसल ईडी को आशंका है कि टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी से करीबी बढ़े पर अर्पिता को इन कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया है। आयकर विभाग ने अर्पिता की पिछले 5 सालों की आईटीआर तल की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईडी इस मामले को लेकर अभी और लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से बर्खास्त किया गया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में घेरे में आये राज्य के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पार्थ चटर्जी को उनके सभी विभागों के दायित्व से मुक्त कर दिया। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव द्वारा जारी एक परिपत्र के मुताबिक, पार्थ चटर्जी को उद्योग मंत्री और अन्य सरकारी पदों से हटाया गया है।
उनके पास सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय मामलों के विभाग की जिम्मेदारी भी थी। चटर्जी के खिलाफ यह कार्रवाई उनकी एक महिला सहयोगी के ठिकानों से 50 करोड़ रुपये से अधिक नगदी और बड़ी तादाद में सोने के आभूषण बरामद होने के बाद की गयी है। चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी इस समय ईडी की हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ चल रही है। यह मामला चटर्जी के शिक्षा मंत्री रहते पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में भारी घोटाले और लेन-देन से जुड़ा है। पार्थ चटर्जी तृणमूल कांग्रेस के महसचिव भी हैं।
ईडी ने बेलघरिया स्थित फ्लैट से बरामद किए थे भारी मात्रा में नगद रुपये
पश्चिम बंगाल में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तर 24 परगना के बेलघरिया स्थित राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट में भारतीय मुद्राओं का भंडार प्राप्त किया। उल्लेखनीय है कि ईडी ने कोलकाता के टॉलीगंज स्थित अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 20 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब धनराशि बरामद की थी।
सूत्रों ने बताया कि ईडी ने अर्पित के घर से बरामद रुपयों को गिनने के लिए सरकारी बैंक से सहायता मांगी। इसके बाद बैंककर्मी नोट निगनने वाली मशीनें लेकर मौके पर पहुंचे। रुपयों की गिनती की जा रही है। एक बैंककर्मी ने बताया कि वे तीन नोट गिनने वाली मशीन लाए हैं और इतने ही अधिकारी नोटों को गिनने के लिए आए हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया टाउन क्लब स्थित फ्लैट से बड़ी रकम बरामद की है।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि ईडी ने अर्पिता और राज्य के वाणिज्य मंत्री चटर्जी को 22 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था। मंत्री को एसएससी (स्कूल सेवा आयोग) घोटाले से जुड़े धन शोधन के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उन पर राज्य के शिक्षा मंत्री रहने के दौरान सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की अवैध नियुक्ति का आरोप है। मौजूदा समय में चटर्जी ईडी की हिरासत में हैं। ईडी ने 22 जुलाई को अर्पिता मुखर्जी के टॉलीगंज फ्लैट पर छापेमारी के दौरान करीब 20 करोड़ 90 लाख रुपये बरामद करने का दावा किया था।
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