कोरोना संकट से उबरती अर्थव्यवस्था: वाहनों की खुदरा बिक्री में बढ़ोत्तरी

Passenger vehicle sales up 13 percent

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। घरेलू बाजार में वाहनों की खुदरा बिक्री में जून में सुधार देखा गया और एक साल पहले की तुलना में बिक्री करीब 23 प्रतिशत बढ़ गई। सबसे अधिक तेजी वाणिज्यिक और यात्री वाहनों की बिक्री में देखने को मिली। आॅटोमोबाइल डीलर संघों के महासंघ (फाडा) द्वारा वीरवार को जारी आँकड़ों के अनुसार, जून में यात्री वाहनों की बिक्री 43.45 प्रतिशत बढ़कर 1,84,134 इकाई पर और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 236.19 प्रतिशत बढ़कर 35,700 इकाई पर पहुँच गई।

वाहनों की कुल बिक्री 12,17,151 इकाई रही जो जून 2020 की तुलना में 22.62 प्रतिशत अधिक है। दुपहिया वाहनों की बिक्री 16.90 प्रतिशत बढ़कर 9,30,324 इकाई पर और तिपहिया की बिक्री 21.98 प्रतिशत बढ़कर 14,732 इकाई पर पहुँच गई। ट्रैक्टरों की बिक्री 14.27 प्रतिशत की वृद्धि के साथ जून 2021 में 52,261 इकाई रही।

तिपहिया की बिक्री में 69.82 प्रतिशत गिरावट

एक साल पहले की तुलना में वाहनों की बिक्री हालाँकि बढ़ी है, लेकिन अभी यह कोविड-पूर्व स्तर पर नहीं पहुँची है। जून 2019 के मुकाबले जून 2021 में वाहनों की कुल खुदरा बिक्री 28.32 प्रतिशत कम रही। यात्री वाहनों की बिक्री में दो साल पहले की तुलना में 10.27 प्रतिशत, दुपहिया में 30.47 प्रतिशत, तिपहिया की बिक्री में 69.82 प्रतिशत और वाणिज्यिक वाहनों में 45.11 प्रतिशत की गिरावट रही।

धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था पटरी पर

फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा, ‘जून में दक्षिण के राज्यों को छोड़कर सभी राज्यों ने प्रतिबंधों में छूट दी जिससे बाजार में रुकी हुई माँग आने से बिक्री बढ़ी। सामाजिक दूरी और अपने परिवार की सुरक्षा की खातिर लोगों ने यात्री वाहन खरीदने में रुचि दिखाई। दुपहिया की बिक्री भी बढ़ी है, लेकिन इसकी रफ्तार कम रही। इसका कारण यह है कि कोविड-19 के दबाव से उबरने में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को अधिक समय लग रहा है। फाडा निकट भविष्य को लेकर सकारात्मक है। उसने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों में भी प्रतिबंधों में छूट से माँग और बढ़ने की उम्मीद है। दीर्घावधि में देखा जाये तो वाहन उद्योग को वित्त वर्ष 2018-19 के स्तर पर पहुँचने में समय लगेगा।

 

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