मुंबई (एजेंसी)। शिवसेना (Shiv Sena) ने कहा है कि नोटबंदी का निर्णय देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने वाला फैसला था जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक ने भी मुहर लगा दी है।
शिव सेना ने पार्टी के मुख पत्र सामना के शुक्रवार के संपादकीय में लिखा है कि नोटबंदी करते समय दावा किया गया था कि इससे भ्रष्टाचार, कालाधन और फर्जी नोटों की दुकान बंद हो जायेगी लेकिन ये दुकानें पिछले दो वर्ष में पहले की तुलना में और अधिक बढ़ गयीं।
यह दावा भी खोखला साबित हुआ कि नोटबंदी के कारण कश्मीर के आतंकवादियों को मिलने वाली रसद बंद हो जायेगी और कश्मीर में शांति स्थापित हो जायेगी। नोटबंदी के कारण देश के लघु उद्योग समाप्त हो गये। सेवा क्षेत्र संकट में आ गया।
गृह निर्माण क्षेत्र पर भी बिजली गिर पड़ी। छोटे और मझोले किसानों को नुकसान हुआ। बैंकों के सामने आम लोगों को दो माह तक लाइनें लगानी पड़ीं।
पुराने नोटों को रद्द कर नये नोटों को छापने के लिए पिछले दो वर्ष में 15 हजार करोड़ रुपये खर्च किये गये। इसके बावजूद सत्ताधारी दल विकास-विकास की रट लगाये हुए हैं।
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