हड़प लिए कूड़ा उठाने वाले रिक्शे
सच कहूँ/राजेन्द्र दहिया, फरीदाबाद। हर घर से कूड़ा उठाने को लेकर नगर निगम आयुक्त की ओर से बार-बार इको ग्रीन कंपनी को आदेश दिए जाते हैं, लेकिन इकोग्रीन कंपनी कूड़ा उठान को लेकर लगातार लापरवाही करती है, जिसका खामियाजा शहर को स्वच्छता रैंकिंग में भुगतना पड़ता है। शहर की पतली गलियों में मौजूद मकानों से कूड़ा उठाने को लेकर इंडियन ऑयल ने 25 ई-रिक्शे निगम को सौंपे थे।
निगम ने यह रिक्शे इकोग्रीन को दे दिए थे ताकि वह कूड़ा उठान का काम अच्छी तरीके से कर सके। 10 अप्रैल को इन रिक्शों को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी भी दिखाई। इकोग्रीन के लापरवाही की बानगी तो देखिए पिछले डेढ माह से रिक्शे इको ग्रीन के प्लांट में ही खड़े हैं। इस बारे में जब ईकोग्रीन के अधिकारियों से बात करने के लिए फोन किया जाता है तो वह फोन उठाना ही जरूरी नहीं समझते हैं। हालांकि निगम के अतिरिक्त आयुक्त के अनुसार जल्द ही रिक्शों को शुरू करवाया जाएगा।
इस वक्त शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत ईकोग्रीन कंपनी कूड़ा उठाने का कार्य कर रही है। वह हर रोज शहर से 800 टन के करीब कूड़ा उठा कर बंधवाड़ी प्लांट तक ले जाती है। वैसे बंधवाड़ी में अभी तक कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र भी नहीं लगाया गया है, जिस कारण वहां पर भी कूड़े का ढेर बनता जा रहा है। इसके अलावा शहर के अंदर 40 वॉर्डों में स्लम की संख्या ज्यादा है जहां पर पतली गलियां है। कॉलोनियों के अंदर भी पतली गलियों के अंदर बड़े वाहन कूड़ा उठाने के लिए नहीं जा सकते हैं।
10 अप्रैल को सीएम ने दिखाई थी हरी झंडी
पतली गलियों को देखते हुए सीएसआर के तहत इंडियन ऑयल कंपनी ने नगर निगम को 25 ई रिक्शे दान मेंं दिये थे। ताकि कूड़ा उठान की व्यवस्था सही हो सके। 10 अप्रैल को सीएम मनोहर लाल ने हरी झंडी दिखाकर इन रिकशों को शुरू कर दिया था लेकिन उनके हरी झंडी दिखाने के बावजूद अभी तक इन रिक्शों को इस्तेमाल नहीं किया गया है। ये रिक्शे नगर निगम ने ईकोग्रीन को दे दिये थे लेकिन ईकोग्रीन के डबुआ कॉलोनी स्थित प्लांट पर धूल फांक रहे हैं।
क्या कहते हैं ईकाग्रीन के सीईओ संजय शर्मा
इस बारे में ईकाग्रीन के सीईओ संजय शर्मा ने बताया कि ई-रिक्शों को इस्तेमाल में क्यों नहीं लाया गया इस बारे में मुझे पता नहीं है। लेकिन अगर नए ई रिक्शों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है तो अधिकारियों को बोल कर इसे जल्द शुरू करवा दिया जाएगा। वहीं नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त इंद्रजीत कुलेहिरया का कहना है कि नगर निगम ने इन रिक्शोंं को ईकोग्रीन को दे दिया था। अगर ईकोग्रीन ने इन्हें अभी तक शुरू नहीं किया तो उन्हें आदेश देकर इनका इस्तेमाल करने के लिए कहा जाएगा।
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