Earthquake: हरियाणा में भूकंप से कापी धरती, रोहतक रहा केन्द्र

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Earthquake: हरियाणा में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए है। इसकी तीव्रता 2.6 के इस भूकंप से रोहतक व आसपास के कुछ इलाकों में कंपन महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रविवार देर रात 11.26 बजे 2.6 तीव्रता का भूकंप आया है। भूकंप का केन्द्र हरियाणा के रोहत से 7 कि.मी. पूर्व दक्षिण पूर्व में खेड़ी साध गांव रहा। 5 किलोमीटर धरती के नीचे हलचल दर्ज की गई।

पहले भी 2 बार आ चुका है भूकंप

जानकारी के अनुसार इससे पहले सितंबर माह में 5 तारीख को एक ही दिन में 2 बार भूकंप आया था। पहला झटका देर रात 12-27 बजे, दूसरा झटका 1:44 मिनट पर आया था। यानि थोड़े समय के अंतराल में दूसरी बार भूकंप आया था।

हरियाणा में क्यों आ रहे हैं भूकंप

गौरतलब हैं कि उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ शहर तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है जिसमें अनगिनत दरारें आने से इसमें गतिविधियां चल रही है। इसमें जब भी प्लेट मूवमेंट होती तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है और फिर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।

भूकंप के दौरान ऐसा करने से बचें | Earthquake

  • भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
  • बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
  • कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं।
  • अगर गाड़ी या कोई भी वाहन चला रहे हो तो उसे फौरन रोक दें।
  • वाहन चला रहे हैं तो पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें।
  • भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित और खुले मैदान में जाएं।
  • भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे आदि ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं।

क्या होता है रिक्टर स्केल | Earthquake

भूकंप के समय भूमि में हुई कंपन को रिक्टर स्केल या मैग्नीट्यूड कहा जाता है। रिक्टर स्केल का पूरा नाम रिक्टर परिणाम परीक्षण ( रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल ) है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर जितनी ज्यादा होती है, भूमि में उतना ही अधिक कंपन होता है। जैसे-जैसे भूकंप की तीव्रता बढ़ती है नुकसान भी ज्यादा होता है। जैसे रिक्टर स्केल पर 8 की तीव्रता वाला भूकंप ज्यादा नुकसान करेगा। वहीं 3 या 4 की तीव्रता वाला भूकंप हल्का होगा।

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भूकंप की तीव्रता के हिसाब से क्‍या हो सकता है असर | Earthquake

0 से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है।
2 से 2.9 की तीव्रता वाले भूकंप से सिर्फ हल्की कंपन होती है।
3 से 3.9 की तीव्रता वाले भूकंप के दैरान ऐसा लगता की कोई ट्रक आपके बगल से गुजरा हो।
4 से 4.9 की तीव्रता वाला भूकंप खिड़कियां तोड़ सकता हैं।
5 से 5.9 की तीव्रता पर घर का सामान हिल सकता है।
6 से 6.9 की तीव्रता वाले भूकंप से इमारतों की नींव में दरार आ सकती है।
7 से 7.9 की तीव्रता वाला भूकंप इमारतों को गिरा सकता है।
8 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप आने पर बड़े पुल भी गिर सकते हैं।
9 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप पूरी तरह से तबाही मचा सकते हैं।
अगर समंदर नजदीक हो तो सुनामी भी आ सकती है। Earthquake