तीन बजकर 32 मिनट पर महसूस किए झटके
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भू-वैज्ञानिकों ने जताई चिंता, बोले: बार बार भूंकप आना सही नहीं
रोहतक सच कहूँ/नवीन मलिक। बार-बार हिल रही धरती से भू-वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है। अकेले जून माह में ही आठ बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, जोकि कहीं न कहीं अनहोनी की आंशका को जाहिर कर रही है। बड़ी बात तो यह है कि भूकंप का केन्द्र भी रोहतक ही रहा है। शुक्रवार दोपहर को तीन बजकर 32 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 2.8 मापी गई है। अगर प्रदेश की बात करे तो पचास साल के अंदर करीब दो सौ बार धरती हिली है, जोकि रिकार्ड दर्ज है। बार-बार आ रहे भूंकप के झटकों से लोगों में भी दहशत का माहौल बना हुआ है। अकेले रोहतक में ही जून माह में आठ बार धरती हिल चुकी है। भू-वैज्ञानिक इसको लेकर रिसर्च भी कर रहे है। यह भी माना जा रहा है कि प्रदेश में जो बार-बार भूंकप के झटके महसूस किए जा रहे हैं, उसका कारण महेन्द्रगढ़-देहरादून फाल्ट लाइन के अंदर हलकी दरारें हैं, जिस कारण से बार-बार धरती हिल रही है। बताया जा रहा है कि जमीन के अंदर हो रही हलचल को लेकर माइक्रो भूंकप सर्वे करवाने की तैयारी शुरू कर दी है। गांव करौथा स्थित ग्राम सचिवालय को भूंकप मापी यंत्र स्थापित करने के लिए चुना गया है। शुक्रवार दोपहर को आए भूंकप के झटके ने एक बार फिर से लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। भूकंप की तीव्रता 2.8 मापी गई है और केन्द्र भी रोहतक के आसपास ही रहा है।
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