तैमूरपुर गांव के पूर्व व वर्तमान सरपंच ने बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिला कराकर पेश की मिसाल

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Rohtak News: तैमूरपुर गांव के पूर्व व वर्तमान सरपंच ने बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिला कराकर पेश की मिसाल

स्कूल के शिक्षकों के प्रयासों से स्कूल में बढ़ रही बच्चों की संख्या

रोहतक (सच कहूँ/संजीव शर्मा)। Rohtak News: जिला के गांव तैमूरपुर के पूर्व सरपंच व वर्तमान सरपंच ने अपने बच्चों का दाखिला गांव के सरकारी स्कूल में करवाकर एक मिसाल पेश की है। प्राइवेट स्कूलों की ओर लोगों के बढ़ते रुझान के बीच यह कदम बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। स्कूल के शिक्षकों ने भी उनके इस कार्य की सराहना की है। साथ ही ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल कराएं। सरकार की ओर से काफी सुविधाएं स्कूलों में दी जा रही हैं। Rohtak News

तैमूरपुर गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हरिओम वर्मा तथा राजकीय उच्च विद्यालय में शिक्षक आशा रानी व कृष्ण कुमार स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उनका कहना है कि सरकार की ओर से स्कूलों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। पढ़ाई का बेहतर माहौल है। यहां पढ़े हुए बच्चों ने हर मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस साल का परीक्षा परिणाम भी बेहतर रहा है। सभी शिक्षक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए बच्चों को बेहतर पढ़ाई कराने के साथ उनका सर्वांगीण विकास करने के प्रति कटिबद्ध हैं।

गांव के पूर्व सरपंच विनोद कुमार मेहरा ने कहा कि रोहतक जिला का यह सबसे छोटा गांव है। गांव में सरकारी तौर पर हर सुविधा मुहैया कराई गई है। उनके कार्यकाल में यहां के प्राथमिक विद्यालय को अपग्रेड करके उच्च विद्यालय बनाया गया। साथ ही आलीशान बिल्डिंग भी बनाई गई। गांव के बच्चे भी यहां पढ़ाई करके आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सबका यह कर्तव्य बनता है कि हम अपने गांव के स्कूल को मजबूत बनाए रखने के लिए अपने बच्चों का यहां दाखिल करवाएं। Rohtak News

गांव की सरपंच ममता देवी ने कहा कि सरकारी स्कूलों में भी बच्चों का भविष्य स्वर्णिम बनता है। हमें पॉजिटिव सोच रखनी चाहिए। अपने गांव के स्कूल की प्रगति के लिए यह जरूरी है कि हमारे बच्चे यहां पर पढ़ेें। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान में बच्चों की अच्छी शिक्षा अच्छी इमारत से नहीं, अच्छे टीचर्स से होती है। हमारे यहां पूरा स्टाफ अनुभवी और मेहनती है। उनकी ओर से दी जा रही शिक्षा और संस्कार बच्चों को समाज में अच्छा इंसान भी बना रहे हैं।

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