चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। ड्रग्स मामले में फंसे अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। मजीठिया ने मोहाली कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। उन्होंने कोर्ट में दर्ज याचिका में कहा कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है और पंजाब सरकार उन्हें साजिश के तहत टारगेट कर रही है। इस केस की सुनवाई एडिशनल सेशन कोर्ट में हो रही थी। अब कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। यह फैसला आज ही सुनाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी वकीलों ने मजीठिया की याचिका का विरोध किया है।
मजीठिया के खिलाफ कोई प्रतिशोध नहीं,कानून अपना काम कर रहा : चन्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि उनकी सरकार नशा बेचने वालों को बच कर भागने नहीं देगी और मजीठिया केस में कानून अपना काम करेगा। गौरतलब है कि बिक्रम मजीठिया से लिखित में माफी मांगने के लिए और मजीठिया एवं नशा-तस्करी के लगाए गए दोषों को वापिस लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और ‘आप’ नेता भगवंत मान पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आप’ के इन नेताओं को अब पंजाब के लोगों से मजीठिया के साथ अपनी छिपी साठगाँठ के लिए माफी माँगनी चाहिए।
अकाली दल के फरार नेता मजीठिया के खिलाफ लुकआऊट नोटिस
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद लुक आऊट नोटिस निकाला गया है। नोटिस ब्यूरो आॅफ इमीग्रेशन, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निकाला है। मजीठिया के खिलाफ मंगलवार को एक पुराने मामले में स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट के आधार पर एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। सूत्रों के अनुसार पुलिस कल से ही मजीठिया के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है लेकिन वह गायब हो गए हैं।
अकाली दल ने क्या आरोप लगाए?
अकाली दल के नेताओं का आरोप है कि मजीठिया के खिलाफ एफआईआर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के दबाव में दर्ज की गई है। अकाली दल का बीते कुछ दिनों से ये आरोप रहा है कि राज्य सरकार पंजाब पुलिस के अफसरों पर लगातार बिक्रम सिंह मजीठिया और पार्टी के दूसरे नेताओं के खिलाफ मुकदमा दायर करने का दबाव बना रही है।
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